राजस्थान-गुजरात में रेड अलर्ट – कई जिलों में भयंकर बारिश (204.5 मिमी से अधिक) और बाढ़ का खतरा। 
मौसम

कम दबाव का असर: राजस्थान व गुजरात में भयंकर बारिश, बाढ़ व जलभराव का खतरा

पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई राज्यों में भी भारी बारिश, वज्रपात और आंधी-तूफान की चेतावनी

Dayanidhi

  • 🔴 राजस्थान-गुजरात में रेड अलर्ट – कई जिलों में भयंकर बारिश (204.5 मिमी से अधिक) और बाढ़ का खतरा।

  • 🟠 ऑरेंज अलर्ट – कोकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिमी राजस्थान में 115.6–204.4 मिमी तक बारिश के आसार।

  • 🟡 येलो अलर्ट – पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, पश्चिमी मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में 64.5–115.5 मिमी तक बारिश।

  • ⚡ आंधी-तूफान व वज्रपात – बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में खतरा।

  • 🌊 बाढ़ और जलभराव का खतरा

    • राजस्थान: बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, उदयपुर, पाली, जालोर।

    • गुजरात: अहमदाबाद, भरूच, गांधीनगर, नर्मदा, नवसारी, सूरत, वलसाड, वडोदरा आदि जिले।

मौसम विभाग ने आज, छह सितंबर, 2025 को अपने ताजा अपडेट में चेतावनी जारी की है कि देश के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर भारत में विशेष रूप से ज्यादा बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। इसके साथ ही बाढ़ और जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए दक्षिण-पूर्व राजस्थान तक पहुंच गया है। इसके अगले 24 घंटों में और गहराकर डिप्रेशन में तब्दील होने के आसार हैं। इस कारण राजस्थान, गुजरात और उससे सटे राज्यों में भारी बारिश देखने को मिलेगी।

साथ ही मानसून ट्रफ देश के विभिन्न हिस्सों से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैली है। इससे मानसून की सक्रियता बनी हुई है और उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर पूर्वी भारत तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है, जिससे हिमालयी राज्यों और आसपास के इलाकों में गरज के साथ बारिश व वज्रपात होने की स्थिति बनी हुई है।

आज, कहां-कहां होगी बारिश?

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए आज, छह सितंबर, 2025 को पूर्वी राजस्थान और गुजरात के अधिकतर इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के द्वारा इन दोनों राज्यों में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यहां बादलों के 204.5 मिमी से अधिक बरसने के आसार हैं।

वहीं आज, कोकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है, इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है।

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव देखें तो आज, छह सितंबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट तथा 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।

इसके अलावा आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तराखंड और पश्चिमी मध्यप्रदेश में भी गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। यहां भी 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आंधी-तूफान और वज्रपात का खतरा

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ वज्रपात होने की आशंका है। जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इन गतिविधियों को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।

कहां-कहां है बाढ़ व जलभराव का खतरा?

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, उदयपुर, पाली और जालोर जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने के आसार हैं

इसी दौरान, गुजरात के अहमदाबाद, आनंद, भरूच, गांधीनगर, मेहसाणा, नर्मदा, नवसारी, पाटन, साबरकांठा, सूरत, तापी, वलसाड और वडोदरा सहित कई जिलों तथा सौराष्ट्र-कच्छ के कच्छ और सुरेन्द्रनगर जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव का अंदेशा जताया गया है

कुल मिलाकर, अगले 24 घंटों तक देश के कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश जारी रहेगी। राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में बाढ़ और जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है। वहीं पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में भी मौसम खराब रहने वाला है। लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्यप्रदेश के खंडवा में न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, पांच सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा, पश्चिम मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, हिमाचल प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाके, झारखंड और बिहार में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, पूर्वी मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तेलंगाना के कई इलाकों, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, पूर्वी उत्तर प्रदेश और लक्षद्वीप में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, पांच सितंबर, 2025 को गुजरात के अरावली में 11 सेमी, माहिसागर में 7 सेमी, जूनागढ़ में 6 सेमी, पूर्वी राजस्थान के झालावाड़ में 8 सेमी, कोटपूतली में 6 सेमी, कोकण और गोवा के माथेरान में 6 सेमी, मध्यप्रदेश के उज्जैन में 5 सेमी, इंदौर में 4 सेमी, ओडिशा के कटक में 5 सेमी, भुवनेश्वर में 3 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उरई और आगरा हर जगह 4 सेमी, असम और मेघालय के चेरापूंजी में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।