मौसम

राजस्थान में धूल भरी आंधी, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा में गिर सकते हैं ओले, जानें अन्य हिस्सों के हाल

13 से 15 अप्रैल के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, 14 और 15 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश में बादलों के जमकर बरसने तथा ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के आसार हैं

Dayanidhi

मौसम विभाग के अनुसार, एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में मध्य और ऊपरी स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में ईरान के ऊपर सक्रिय है। वहीं, 13 से 15 अप्रैल के दौरान अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में भारी नमी आने के आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ तथा भारी नमी आने के कारण 13 से 15 अप्रैल के दौरान जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश, बर्फबारी तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं, 13 से 15 अप्रैल के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, 14 और 15 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश में बादलों के जमकर बरसने तथा ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के आसार हैं। इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर के मैदानी इलाकों पर भी पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ सकता है, इसके कारण 13 से 15 अप्रैल के दौरान उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में बिजली गिरने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने के आसार हैं। उत्तर के इन मैदानी इलाकों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

इसी अवधि के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, राजस्थान में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है

आज, यानी 13 अप्रैल को जम्मू, राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं। वहीं, 13 और 14 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और 14 अप्रैल को उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गिर सकते हैं ओले

वहीं, देश के अन्य हिस्सों को लेकर मौसम का ताजा अपडेट देखें तो, सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बने एक चक्रवाती प्रसार तथा असंतुलित हवाओं के ट्रफ के चलते, 13 से 14 अप्रैल के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य

महाराष्ट्र में बिजली गिरने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।

13 से 14 अप्रैल के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, ओडिशा, बिहार और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ बादलों के बरसने के आसार हैं।

मौसम विभाग की मानें तो, अगले छह दिनों के दौरान तेलंगाना, केरल और माहे, आंतरिक कर्नाटक में, 13 से 15 अप्रैल के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तमिलनाडु, पुदुचेरी-कराइकल में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

आज, यानी 13 अप्रैल को मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि के भी आसार हैं।

पूर्वोत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव की बात करें तो, अगले सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने का अनुमान लगाया है।

वहीं, इसकी दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के तमाम हिस्सों में पारे की लगातार छलांग जारी है, वहीं आज, पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, रायलसीमा तथा मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान के 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के आसार हैं। पश्चिमी राजस्थान में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहेगा।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान भारत के मध्य और दक्षिण प्रायद्वीप में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और अगले तीन दिनों के दौरान तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की आशंका जताई गई है।

पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने, उसके बाद के तीन दिनों के दौरान तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की धीरे-धीरे वृद्धि होने के आसार हैं।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त हिस्सों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं जताई है।

कल, देश भर में पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
13 से 17 अप्रैल के दौरान केरल और माहे में गर्म और नमी भरे मौसम से निजात मिलाने के आसार नहीं हैं। वहीं, 13 और 14 अप्रैल के दौरान रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, 14 से 17 अप्रैल के दौरान तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, 14 को ओडिशा और 15 और 16 अप्रैल को कोंकण और गोवा तथा सौराष्ट्र और कच्छ में भी लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम का सामना करना पड़ेगा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 12 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, असम और मेघालय, राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश तथा गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 12 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु के आदिरामापतिनम में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।