मौसम

पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर पश्चिम भारत में बदलेगा मौसम का मिजाज

अगले तीन से चार दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं

Dayanidhi

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण-पूर्व अरब सागर और निकटवर्ती लक्षद्वीप क्षेत्र के निचले और मध्य स्तरों पर जारी है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण-पूर्व और निकटवर्ती पूर्व-मध्य अरब सागर की ओर बढ़ने का अनुमान है। इसके कारण आठ नवंबर के आसपास पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव के क्षेत्र बनने की आशंका है

वहीं एक ट्रफ रेखा दक्षिण पूर्व अरब सागर और निकटवर्ती लक्षद्वीप क्षेत्र से लेकर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और निचले स्तरों पर निकटवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश तट तक बनी हुई है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, सात नवंबर को रायलसीमा, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल तथा माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के आसार जताए हैं। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं सात से नौ नवंबर के दौरान केरल-माहे तथा आज और कल तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है, इन राज्यों में भी 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

कैसा रहेगा उत्तर पश्चिम भारत में मौसम का हाल?
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में लगातार सक्रिय है। इसके आज रात से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के मौसम में जबरदस्त बदलाव करने के आसार हैं।

उपरोक्त पश्चिमी विक्षोभ संबंधी गतिविधि के चलते सात से 10 नवंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।

वहीं आठ से 10 नवंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के भी निचले इलाकों में बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के आसार हैं। आठ और नौ नवंबर को पश्चिमी राजस्थान और नौ नवंबर को पंजाब में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।

वहीं देश के अन्य हिस्सों की बात करें तो, अगले सात दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है।

वहीं अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

कहां चलेंगी तेज हवाएं, कहां पड़ेगी गरज के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
आज, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं।

वहीं आज, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज पूर्व-मध्य और आसपास के दक्षिण पूर्व अरब सागर में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

उपरोक्त तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, छह नवंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकांश हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तेलंगाना के कई इलाकों में झूम के बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, पुडुचेरी, कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, छह नवंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अल्लूरी सीतारामा में 4 सेमी, अन्नमय में 1 सेमी, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 4 सेमी, केरल और माहे के त्रियुसर में 3 सेमी, एर्नाकुलम में 3 सेमी, कोट्टायम में 2 सेमी, चिमोनी में 1 सेमी, पथानामथिट्टा में 1 सेमी, तिरुवनंतपुरम में 1 सेमी, पलक्कड़ में 1 सेमी, तेलंगाना के निजामाबाद में 2 सेमी, नलगोंडा में 2 सेमी, जोगुलाम्बा गडवाल में 1 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के रामानगर में 2 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के बागलकोट में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

कहां-कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से बहुत कम?
कल, विदर्भ के कुछ स्थानों हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस, यानी नीचे दर्ज किया गया।

कहां-कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से बहुत कम?
कल, पश्चिम राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में लुधियाना (पंजाब) में न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, पोरबंदर (सौराष्ट्र और कच्छ) में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।