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डाउन टू अर्थ आवरण कथा: क्या है अल नीनो का चरित्र!

तीनों ग्लोब में अल नीनो की भिन्न-भिन्न समय पर उभरती स्थितियों के बारे में जानें

Pulaha Roy

जुलाई 2023 से भारत में अल नीनो सक्रिय हो गया है। आखिर यह मौसमी घटना क्या है? इसका असर क्या होता है? इन सब पहलुओं पर डाउन टू अर्थ, हिंदी की मासिक पत्रिका में आवरण कथा प्रकाशित की गई थी। इसे अलग-अलग भागों में पाठकों को वेब पर प्रकाशित किया जा रहा है। पहले भाग में आपने पढ़ा - डाउन टू अर्थ आवरण कथा: अल नीनो के बारे में जानें सब कुछ, कैसे करता है हम पर असर । इससे अगले भाग में आपने पढ़ा - डाउन टू अर्थ आवरण कथा: कितने महीने तक रहेगा अल नीनो का असर? । आज पढ़ें एक और भाग-  

ऐसे होती है अल नीनो की घोषणा

प्रशांत महासागर के “नीनो3.4 क्षेत्र” को ग्लोब में एक बक्से में दर्शाया गया है। इस ग्लोब में जगह-जगह गहरे और हल्के लाल धब्बे समुद्री सतरह तापमान (एसएसटी) के रंग को दर्शा रहे हैं। नेशनल ओसिएनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (नोआ) के वैज्ञानिक अल नीनो की स्थिति जानने और उसकी घोषणा करने के लिए प्रशांत महासागर में नीनो3.4 रीजन के समुद्री सतह तापमान का अध्ययन करते हैं। इसके लिए एक ओसियन नीनो इंडेक्स (ओएनआई) बनाया गया है।

वैज्ञानिक किसी सीजन या समय में अल नीनो की शुरुआत तभी मानते हैं जब ओएनआई का परिणाम 0.5 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा आ जाए। यहां ग्लोब में दर्शाए गए नीनो 3.4 क्षेत्र में लाल रंग का तापमान यह दर्शा रहा है कि 2023 में ओसियन नीनो इंडेक्स 0.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। यानी यह वर्ष एक अल नीनो वर्ष है। इस परिणाम के लिए वैज्ञानिकों ने अप्रैल, मई और जून यानी तीन महीने के समुद्री सतह तापमान (एसएसटी) के सीजनल औसत की तुलना 30 वर्षों के ऐतिहासिक औसत एसएसटी से की है



ला नीना  की स्थिति

ग्लोब में भूमध्य रेखा पर प्रशांत महासागर में जिस नीनो 3.4 क्षेत्र को अल नीनो की स्थिति जानने के लिए अध्ययन किया जाता है उसी क्षेत्र में ला नीना की स्थिति का भी पता चलता है। ला नीना ईएनएसओ का ठंडा चरण है। नोवा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, ओएनआई -0.5 या उससे कम का सूचकांक ला नीना की पुष्टि करता है। नीनो3.4 क्षेत्र में अल नीनो के दौरान लाल रंग यानी समुद्र सतह तापमान (एसएसटी) के गर्म होने का अंदाजा लगा था अब उसी बॉक्स को देखिए वह नीला रंग प्रदर्शित कर रह है। जब भारत में ठंड का सीजन होता है, उस वक्त 11 जनवरी, 2023 को एसएसटी की स्थिति ग्लोब में दिख रही है। नोवा के मुताबिक नवंबर, दिसंबर, जनवरी के लिए ओएनआई -0.8 था, यानी ला नीना मौजूद था



बेहद मजबूत अल नीनो

इस वर्ष यानी 2023 के अल नीनो की शुरुआत हुई है। इसे पीक पर पहुंचने में अभी महीनों लगेंगे। ग्लाेब बताता है कि पूरी तरह से विकसित अल नीनो कैसा दिखाई देता है। वर्ष 2016 में बहुत मजबूत अल नीनो रिकॉर्ड हुआ था। यह ग्लोब 11 जनवरी, 2016 के समुद्री सतह तापमान (एसएसटी) की स्थिति को दर्शाता है। इस ग्लोब में भूमध्य रेखा (इक्वेटर) पर नीनो3.4 रीजन को देखिए। गहरा लाल रंग अल नीनो के पीक को दर्शा रहा है। 2016 में नीनो3.4 रीजन में नवंबर, दिसंबर, जनवरी लगातार तीन महीने का ओसिएन नीनो इंडेक्स (ओएनआई) 2.5 था जो कि अब तक दर्ज किए जा रहे ओएनआई रिकॉर्ड में सर्वाधिक है

अल नीनो और ला नीना

डब्ल्यूएमओ की क्लाइमेट सर्विस ब्रांच के रीजनल क्लाइमेट प्रीडक्शन डिवीजन के हेड विल्फ्रान मौफौमा -ओकिया के मुताबिक, यह लगभग निश्चित है कि अल नीनो दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) न केवल गर्म होती दुनिया में मौजूद रहेगा बल्कि यह पृथ्वी के जलवायु पैटर्न को प्रभावित करने में एक बड़ी भूमिका निभाता रहेगा