रुद्रनाथ मंदिर, हेमकुंड साहिब, नीती-माणा, फूलों की घाटी, बद्रीनाथ धाम और नंदा घुंघटी की ऊंची-ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के चलते पूरे उत्तराखंड में इसका प्रभाव दिख रहा है। 
मौसम

उत्तर के पहाड़ों में ठंड की दस्तक, तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल में भारी बारिश

24 अक्टूबर के आसपास पाकिस्तान से आने वाली उत्तर-पश्चिमी शीत लहरों के कारण हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी हो सकती है, इससे चलते इन राज्यों तथा इनसे सटे इलाकों में ठिठुरन बढ़ जाएगी।

Dayanidhi

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि इस पूरे हफ्ते उत्तर-पश्चिम, पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश होने की संभावना नहीं है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम धीरे-धीरे करवट बदल रहा है, जहां एक ओर तापमान लगातार 39 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर कुछ हिस्सों में पारे के लुढ़कने से ठंड महसूस होने लगी है।

दिल्ली-एनसीआर जहां दिन में तेज धूप के चलते गर्मी का अहसास हो रहा है, वहीं शाम ढलने के साथ ही तापमान में गिरावट आ रही है। इसके कारण सुबह और शाम में सर्दी महसूस की जा रही है। कल यानी 18 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली का न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग की मानें तो 25 अक्टूबर के बाद से दिल्ली में ठंड दस्तक दे सकती है।

अगले हफ्ते, यानी 24 अक्टूबर के आसपास पाकिस्तान से आने वाली उत्तर-पश्चिमी शीत लहरों के कारण हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू और कश्मीर में बर्फबारी हो सकती है, इससे कारण इन राज्यों तथा इनसे सटे इलाकों में ठिठुरन बढ़ जाएगी।

उत्तराखंड के पहाड़ी हिस्सों में धीरे-धीरे मौसम का मिजाज बदल रहा है, हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी के चलते ठंड में बढ़ोतरी हो गई है। मैदानी इलाकों की बात करें तो यहां बादलों की आवाजाही लगी रहेगी तथा मौसम शुष्क बना रहेगा।

देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि रुद्रनाथ मंदिर, हेमकुंड साहिब, नीती-माणा, फूलों की घाटी, बद्रीनाथ धाम और नंदा घुंघटी की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के चलते पूरे उत्तराखंड में इसका प्रभाव पड़ रहा है। एक तरफ जहां पहाड़ी इलाकों में सर्दी बढ़ गई है। वहीं, देहरादून समेत मैदानी इलाकों में पारा भी एक से दो डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर के पूर्वी मध्य हिस्सों पर बना कम दबाव के क्षेत्र के साथ चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके भारतीय तट से दूर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं। वहीं पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र से दक्षिण कर्नाटक और रायलसीमा होते हुए दक्षिण आंध्र प्रदेश तट तक समुद्र तल से औसतन 3.1 किमी ऊपर एक हवाओं का ट्रफ बना हुआ है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते इस सप्ताह के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक के अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने तथा शेष हिस्सों में बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है।

वहीं आज भी तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश और वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है।

जबकि आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।

पूर्वी भारत में मौसमी बदलाव संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट की बात करें तो इस हफ्ते अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा शेष हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

कम दबाव के चलते फिर से समुद्री हलचल शुरू हो गई है, जिसके कारण आज, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और इससे सटे दक्षिण गुजरात के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, पूर्व मध्य अरब सागर और पश्चिम मध्य, उत्तर पूर्व अरब सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 18 अक्टूबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, मेघालय, झारखंड, ओडिशा, रायलसीमा तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।