आज, उत्तराखंड तथा असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।  
मौसम

उत्तराखंड, असम, मेघालय में भारी बारिश का अलर्ट, लगभग पूरे भारत में पहुंचा मॉनसून

आज, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, झारखंड, ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ में गरज के साथ बारिश और वज्रपात होने के आसार हैं।

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक, निचले स्तरों पर पंजाब से मिजोरम तक हवाओं का टर्फ बना हुआ है। एक चक्रवाती प्रसार उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, दूसरा पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों तथा एक अन्य उत्तरी गुजरात और उसके आसपास के निचले स्तरों पर जारी है। महाराष्ट्र से लेकर केरल के तटों पर औसत समुद्र तल से हवाओं का टर्फ बना हुआ है।

उपरोक्त मौसम संबंधी विभिन्न गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, यानी दो जुलाई को उत्तराखंड तथा असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से लेकर भयंकर बारिश होने की आशंका जताई है। इन तीनों राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इन इलाकों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आज, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।

वहीं कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बदरा।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

आज, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, झारखंड, ओडिशा, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश और वज्रपात होने के आसार हैं

मॉनसून ट्रैकर

मॉनसून देश के अधिकतर हिस्सों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चूका है, कई राज्यों में जलभराव व बाढ़ जैसे हालत बन चुके है, जबकि कुछ राज्यों के कुछ इलाकों में अभी भी बादलों के बरसने की दरकार है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में पहुंचने का पूर्वानुमान है।

मॉनसून 2024

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक, आज, पूर्वोत्तर अरब सागर के दक्षिणी भागों और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी अरब सागर, पूर्व-मध्य और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य अरब सागर, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी हिस्सों, कर्नाटक और केरल के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तरी बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिमी बंगाल के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर और मध्य अरब सागर तथा निकटवर्ती उत्तरी अरब सागर, यमन और ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, एक जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ तथा केरल और माहे के अधिकांश इलाकों, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा तथा कोंकण और गोवा के कई इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, आंतरिक कर्नाटक तथा तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?

कल, एक जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के जोरहाट में 5 सेमी, लुमडिंग, हाफलोंग, चेरापूंजी और गोलपाड़ा हर जगह 4 सेमी, गोलाघाट और सिलचर हर जगह 3 सेमी, शिलांग में 2 सेमी, मजबत, उत्तर लखीमपुर और गुवाहाटी हर जगह 1 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कोहिमा में 3 सेमी, अगरतला और कैलाशहर प्रत्येक जगह 2 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 3 सेमी, पासीघाट में 1 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के मंडला में 5 सेमी, सीधी में 4 सेमी पश्चिम मध्य प्रदेश के रायसेन में 4 सेमी, पचमढ़ी और धार हर जगह 2 सेमी, होशंगाबाद में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, गुजरात के अहमदाबाद में 3 सेमी, दमन में 2 सेमी, सूरत में 1 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के ओखा में 11 सेमी, केशोद में 10 सेमी, द्वारका में 10 सेमी, महुवा में 7 सेमी, अमरेली में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के माथेरान में 2 सेमी, रत्नागिरी में 1 सेमी, केरल के कन्नूर में 4 सेमी, त्रिशूर में 2 सेमी, कोच्चि में 1 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 1 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के चित्रदुर्ग में 1 सेमी, ओडिशा के जगतसिंहपुर में 2 सेमी, भुवनेश्वर, पारादीप और संबलपुर प्रत्येक जगह 1 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 1 सेमी बारिश हुई।