असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, बिहार और झारखंड में घने कोहरे का अलर्ट। 
मौसम

दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में शीतलहर का प्रकोप, पूर्वोत्तर घने कोहरे की आगोश में

मौसम विभाग के द्वारा आज छह दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश-बर्फबारी, पाला, कोहरा व भारी शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलेगा।

Dayanidhi

  • दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है और पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण शीतलहर तेजी से बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है।

  • जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में अगले तीन दिनों तक बारिश व बर्फबारी के आसार हैं।

  • उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश-बर्फबारी के संकेत। हिमाचल के लाहौल-स्पीति, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू में भी हिमपात की संभावना।

  • छह और सात दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर-पश्चिम झारखंड और उत्तरी ओडिशा में शीतलहर की चेतावनी।

  • असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, बिहार और झारखंड में घने कोहरे का अलर्ट।

दिसंबर का पहला हफ्ता गुजरने को है, साथ ही देश के कई हिस्सों में सर्दी ने दस्तक तेज कर दी है। कहीं सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ रही है, तो कहीं पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी महसूस होने लगा है।

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, छह दिसंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरह के मौसम में बदलाव देखने को मिलेंगे।

पश्चिमी विक्षोभ का असर जारी

पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। वहीं एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार उत्तर पंजाब और आसपास के इलाकों में ऊंचाई पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती प्रसार उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में ऊंचाई पर सक्रिय है। साथ ही एक दूसरा पश्चिमी विक्षोभ ऊंचाई पर मध्य स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है।

इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते अगले तीन दिनों तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में बारिश से लेकर बर्फबारी होने की संभावना बनी हुई है। जबकि घाटी के कई इलाके पहले से भारी ठंड की चपेट में हैं। कुछ हिस्सों में पानी के स्रोतों के जमने की भी खबर है। शुष्क ठंड के चलते पाले ने भी मुश्किलें बढ़ा रखी हैं

उत्तराखंड में सुबह व शाम कड़ाके की ठंड, बारिश-बर्फबारी के भी आसार

उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन में धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत मिल रही है, लेकिन सुबह और शाम की ठिठुरन से हालात फिर ठंडे हो जाते हैं। मौसम केंद्र के अनुसार, प्रदेश में आज मौसम के शुष्क रहने की उम्मीद है।

सात दिसंबर से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में आंशिक बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों बर्फबारी भी हो सकती है। इस तरह का बदलाव पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का ही असर है।

हिमाचल प्रदेश में भी बर्फबारी का दौर

शिमला मौसम केंद्र के अनुसार, 11 दिसंबर तक राज्य में मौसम सामान्यतः साफ रहेगा। हालांकि आज, छह दिसंबर को लाहौल-स्पीति के ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। सात दिसंबर को चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के ऊंचे हिमालयी इलाकों में भी हिमपात और हल्की बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग ने मंडी और बिलासपुर में सात दिसंबर को सुबह के समय घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ों में बढ़ती बर्फबारी का असर आने वाले दिनों में मैदानी राज्यों पर भी महसूस किया जाएगा।

दिल्ली-एनसीआर : जहरीली हवा और ठंड की दोहरी मार

दिल्ली-एनसीआर में मौसम लगातार कठिन बना हुआ है। एक ओर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर है, दूसरी ओर पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तेज ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की है।

उत्तर भारत के ऊंचे इलाकों में हो रही बर्फबारी और बारिश का सीधा असर दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर पड़ेगा। इन क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ सकता है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी और उसके बाद कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

जबकि महाराष्ट्र में अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि इसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। यह गिरावट उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जुड़ी ठंडी हवाओं के कारण होगी।

वहीं, गुजरात में अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। इससे राज्य में मौजूदा मौसम स्थिति लगभग स्थिर बनी रहेगी। तापमान में यह स्थिरता लोगों को सुबह-शाम हल्की ठंड और दिन में सामान्य मौसम का अनुभव देगी।

मध्य, पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में स्थिर तापमान

देश के मध्य, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में भी अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा उतार-चढ़ाव नहीं होने वाला है। इसका अर्थ है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और आसपास के इलाकों के लोग वर्तमान तापमान को ही महसूस करते रहेंगे।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पांच दिसंबर, 2025 को महाराष्ट्र के अलीबाग में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कई राज्यों में शीतलहर और कोहरे का खतरा

मौसम विभाग ने छह और सात दिसंबर को कई राज्यों में शीतलहर (कोल्ड वेव) की चेतावनी जारी की है। इन राज्यों में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर-पश्चिम झारखंड, उत्तरी ओडिशा शामिल हैं। इसके अलावा, आज, यानी छह दिसंबर को उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी शीतलहर के आसार जताए गए हैं।

कहां छाएगा घना कोहरा?

घने कोहरे की चेतावनी भी जारी की गई है, विशेष रूप से असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम के साथ ही बिहार और झारखंड में भी सुबह के समय घने कोहरे के हालात बन सकते हैं।

दक्षिण भारत और द्वीप समूह में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

दक्षिण-पूर्व अरब सागर से दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर तथा कोमोरिन के इलाके से होते हुए समुद्र तल से ऊंचाई पर हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है। इसकी वजह से दक्षिण भारत में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की गतिविधि बढ़ने वाली है।

आज, छह दिसंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की आशंका है। वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बारिश का पूर्वानुमान है

कुल मिलाकर दिसंबर का दूसरा सप्ताह देश के लिए काफी अलग-अलग तरह के मौसम को ले के आने वाला है। कहीं तापमान स्थिर रहेगा, तो कहीं शीतलहर की मार पड़ेगी। कहीं पहाड़ों में बर्फबारी होगी, तो कहीं दक्षिण भारत में आंधी-तूफान की स्थिति बनेगी।

मौसम विभाग के द्वारा लोगों को सलाह दी गई है कि मौसम के अपडेट पर नजर रखें, खासकर वे इलाके जहां शीतलहर, घना कोहरा या बारिश व बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है।