जल

संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन: जल संकट से निपटने के लिए 700 से ज्यादा प्रतिबद्धताओं के साथ हुआ सम्मेलन का समापन

Zumbish, Lalit Maurya

दुनिया को जल संकट से बचाने के लिए 700 से ज्यादा प्रतिबद्धताओं के साथ संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन का समापन हो चुका है। यह तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन 22 से 24 मार्च 2023 के बीच न्यूयॉर्क शहर में आयोजित किया गया था।

समापन समारोह के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि, "इस सम्मेलन में की गई प्रतिबद्धताएं मानवता को ऐसे भविष्य की ओर ले जाएंगी जो पानी के मामले में सुरक्षित हो। जल एक ऐसी धरोहर है जिसकी धरती पर हर व्यक्ति को जरूरत है।"

यह प्रतिबद्धताएं जिन्हें जल संबंधी एजेंडा में शामिल किया गया है वो सम्मेलन का प्रमुख परिणाम हैं। यह प्रतिबद्धताएं एशिया, प्रशांत, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीकी देशों द्वारा की गई हैं।

उदाहरण के लिए, अमेरिका ने जलवायु अनुकूल, जल और स्वच्छता के बुनियादी ढांचे और सेवाओं का समर्थन करने के लिए 4,900 करोड़ डॉलर के निवेश की घोषणा की है। वहीं जापान ने घोषणा की है कि वो अगले पांच वर्षों में करीब 50,000 करोड़ येन (365 करोड़ डॉलर) की वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। इस तरह वो बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करके एशिया-प्रशांत क्षेत्र द्वारा सामना कर रहे जल सम्बन्धी सामाजिक मुद्दों के समाधान में सक्रिय रूप से योगदान देगा।

इसी तरह एक अन्य एशियाई देश, वियतनाम ने 2025 तक प्रमुख नदी घाटियों के प्रबंधन के लिए नीतियां विकसित करने और 2030 तक सभी घरों में स्वच्छ पानी पहुंचाने का संकल्प लिया है। अफ्रीकी राष्ट्राध्यक्षों ने भी अनुबंधों या प्रतिबद्धताओं की घोषणा करके इस आयोजन का नेतृत्व किया है।

जलवायु पर एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की है जरूरत: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख

उदाहरण के लिए, मोजाम्बिक सरकार ने एसडीजी-6 के लिए 950 करोड़ डॉलर के निवेश की बात कही है, जिससे 2030 तक इस लक्ष्य में तेजी लाई जा सके। गौरतलब है कि सतत विकास का यह छठा लक्ष्य साफ पानी और स्वच्छता से जुड़ा है।

वहीं नाइजर बेसिन अथॉरिटी (एनबीए) और जर्मन सरकार ने एनबीए और इसके सदस्य देशों में परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए 2.12 करोड़ डॉलर के निवेश की बात कही है। अफ्रीकन यूनियन कमीशन की योजना कॉन्टिनेंटल अफ्रीका इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम (एआईपी) के साथ मिलकर 2030 तक हर वर्ष कम से कम 3,000 करोड़ डॉलर जुटाने की है।  इसका उद्देश्य अफ्रीका के जल निवेश में मौजूद अंतर को दूर करना है। इसी तरह यूरोपियन यूनियन का लक्ष्य 2030 तक यूरोप में सात करोड़ लोगों के लिए साफ पानी और स्वच्छता तक पहुंच सुनिश्चित करना है।

स्विटजरलैंड ने संयुक्त राष्ट्र के काम में योगदान करने के लिए पांच प्रतिबद्धताएं की हैं। इनमें जल सम्मेलन और सीमा पार सहयोग करना है। इतना ही नहीं इस सम्मलेन में एसडीजी 6 पर सामूहिक प्रतिबद्धता बनाने के लिए 50 से अधिक प्रमुख वैश्विक कंपनियां भी एकजुट हुईं।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने अपने भाषण में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने और समुदायों को सशक्त करने के लिए पानी, पारिस्थितिकी तंत्र और जलवायु पर एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की वकालत की है। उन्होंने वैश्विक तापमान में होती वृद्धि को 1.5 डिग्री पर सीमित करने के लिए जलवायु न्याय और वैश्विक कार्रवाई पर जोर दिया है।

अंत में, उन्होंने एसडीजी - 6 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी देशों की क्षमता में वृद्धि करने की बात की है। इसके लिए उन्होंने संसाधनों और निवेश में नाटकीय रूप से तेजी लाने का आह्वान किया है।