विज्ञान

इस बार होगा वलयाकार सूर्य ग्रहण, कब और कहां दिखेगा, यहां जानें

अक्टूबर 2023 एक दुर्लभ महीना होगा जिसमें सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों दिखाई देंगे

Dayanidhi

सूर्य ग्रहण आज यानी, 14 अक्टूबर, 2023 को लगेगा। सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजरता है और अस्थायी रूप से उसके प्रकाश को अवरुद्ध कर देता है। आज का सूर्य ग्रहण एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' सूर्य ग्रहण के रूप में भी जाना जाता है। यहां बताते चलें कि, लैटिन भाषा में "वलयाकार" का अर्थ "रिंग के आकार का" होता है।

वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, लेकिन जब वह पृथ्वी से अपने सबसे दूर बिंदु पर या उसके निकट होता है। नासा के अनुसार, क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी से अधिक दूर है, इसलिए यह सूर्य से छोटा दिखाई देता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है। यह केवल सूर्य के केंद्र को ढकता है, जिससे बाहरी किनारे एक अंगूठी की तरह दिखाई देते हैं।

वलयाकार सूर्य ग्रहण  कहा दिखाई देगा?
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। यह भारतीय समयानुसार रात 11.29 बजे शुरू होगा और लगभग पांच मिनट तक चलेगा और भारतीय समयानुसार रात 11.34 बजे समाप्त होगा।

शनिवार, 14 अक्टूबर, 2023, को लगने वाला वलयाकार सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका के बड़े हिस्से में दिखाई देगा। यह उत्तर, मध्य और दक्षिण अमेरिका को पार करेगा। यह अमेरिका, मेक्सिको और दक्षिण और मध्य अमेरिका के कई देशों में दिखाई देगा। नासा के मुताबिक, उनका एक्लिप्स एक्सप्लोरर एक इंटरैक्टिव मानचित्र है जिसे ग्रहण देखने के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।

नासा के अनुसार, अमेरिका में, वलयाकार सूर्य ग्रहण ओरेगन में सुबह 9:13 बजे पीडीटी या प्रशांत दिन के समय पर शुरू होता है और टेक्सास में दोपहर 12:03 बजे सीडीटी या सेंट्रल डेलाइट टाइम पर समाप्त होगा।

जबकि 14 अक्टूबर का वलयाकार सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसका नासा के यू-ट्यूब पर लाइवस्ट्रीम देखा जा सकता है

वलयाकार सूर्य ग्रहण के विभिन्न चरण क्या हैं?
वलयाकार सूर्य ग्रहण के विभिन्न चरण हैं: आंशिक ग्रहण, वलयाकार, आंशिक ग्रहण की वापसी, और आंशिक ग्रहण का अंत।

अक्टूबर में और भी खगोलीय घटनाएं हो सकती हैं
अक्टूबर 2023 एक दुर्लभ महीना होगा जिसमें सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों दिखाई देंगे। दो खगोलीय घटनाएं दो सप्ताह के अंतराल पर होंगी। 29 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण साल का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा।

इसके अलावा, स्काईवॉचर्स इस महीने ओरियनिड उल्कापात भी देख सकते हैं। रॉयल ऑब्जर्वेटरी के सार्वजनिक खगोल विज्ञान के अनुसार, ओरियनिड इस साल 21 अक्टूबर, भारत में 22 अक्टूबर को मध्य-रात्रि और भोर के बीच चरम पर होगा, जिसमें हर घंटे अधिकतम 25 सितारे टूटेंगे।

अगला सूर्य ग्रहण कब होगा?
अगला सूर्य ग्रहण आठ अप्रैल, 2024 को होगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा।