विज्ञान

आरजे 2 नाम का एस्टेरॉयड आज पृथ्वी की ओर आ रहा है: नासा

Dayanidhi

नासा द्वारा एस्टेरॉयड को लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के प्रारंभिक गठन से छोड़े गए चट्टानी, वायुहीन अवशेषों के रूप में परिभाषित किया गया है। उनमें से अधिकांश मुख्य एस्टेरॉयड क्षेत्र के भीतर मंगल और बृहस्पति के बीच सूर्य की परिक्रमा करते हुए पाए जा सकते हैं।

एस्टेरॉयड सभी तरह के आकारों के होते हैं, जिनमें से सबसे बड़ा लगभग 530 किलोमीटर व्यास का है जिसे वेस्टा कहा जाता है। इस साल पृथ्वी पर एस्टेरॉयड की बमबारी हो रही है।

अकेले अगस्त में 35 से अधिक एस्टेरॉयड को पृथ्वी के करीब से गुजरते हुए देखा गया और सितंबर में भी इसी तरह की गतिविधि के आसार हैं। अब, एक और एस्टेरॉयड रास्ते में है, जिसके बारे में नासा ने चेतावनी दी है

एस्टेरॉयड पहले से ही पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, जो 57,096 किलोमीटर प्रति घंटे की चौंका देने वाली गति से यात्रा कर रहा है। नासा ने एस्टेरॉयड 2022 आरजे 2 को  खतरनाक वस्तु के रूप में वर्गीकृत करते हुए एक चेतावनी जारी की है, जिसके साथ यह पृथ्वी के पास से गुजरेगा।

हालांकि यह पृथ्वी से नहीं टकराएगा, लेकिन पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव के कारण इसके प्रक्षेपवक्र में थोड़ा सा बदलाव इसे पृथ्वी की ओर भेज सकता है।

एस्टेरॉयड 2022 आरजे 2 के 12 सितंबर यानी आज 1.17 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचने की आशंका है।

दि स्काई.ऑर्ग के अनुसार, एस्टेरॉयड 2022 आरजे 2 को 3 सितंबर, 2022 को खोजा गया था और यह एस्टेरॉयड मुख्य रूप से अपोलो समूह से संबंधित है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने बृहस्पति की आश्चर्यजनक छवियों को कैप्चर किया

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने बृहस्पति की आश्चर्यजनक तस्वीरें खींची हैं। दिसंबर 2021 में लॉन्च होने के बाद से ही स्पेस टेलीस्कोप अपनी क्षमताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप द्वारा खींची गई छवियों से वैज्ञानिकों को गैस होने के बारे में पता लग सकता हैं।

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के प्रोफेसर एमेरिटा, प्लैनेटरी एस्ट्रोनॉमर इम्के डी पाटर ने कहा कि हमने वास्तव इतना अच्छा हो जाएगा इसकी उम्मीद नहीं की थी। यह वास्तव में उल्लेखनीय है कि हम एक छवि में बृहस्पति पर उसके छल्ले, छोटे उपग्रहों और यहां तक कि आकाशगंगाओं के साथ विवरण देख सकते हैं।

छवियों को 27 जुलाई को टेलीस्कोप के नियर इन्फ्रारेड कैमरा उपकरण द्वारा कैप्चर किया गया था, जिसने ग्रह की अनूठी विशेषताओं पर प्रकाश डाला। नासा के अनुसार, नियर इन्फ्रारेड कैमरा में तीन विशेष इंफ्रारेड फिल्टर हैं जो ग्रह के विवरण को प्रदर्शित करते हैं।