साल 2020 का केमिस्ट्री (रसायन विज्ञान) का नोबेल पुरस्कार इम्मैन्युअल शार्पेंची और जेनफिर डाउडना को दिया गया है। 7 अक्टूबर को इसकी घोषणा स्टॉकहोम में की गई।
इन दोनों वैज्ञानिकों को जीनोम एडिटिंग का तरीका खोजने के लिए नोबेल दिया गया है। ‘स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज’ के पैनल ने इन विजेताओं की घोषणा की। 56 वर्षीय जेनफिर डाउडना अमेरीका से है, जबकि 52 वर्षीय इम्मैन्युअल शार्पेंची फ्रांस की रहने वाली हैं।
पिछले साल यह पुरस्कार लिथियम-आयन बैटरी बनाने वाले वैज्ञानिकों- जॉन बी गुडइनफ, एम स्टैनली विटिंघम और अकीरा योशिनो को दिया गया था। नोबेल पुरस्कार के तहत एक करोड़ स्वीडिश क्रोना (लगभग 8.20 करोड़ रुपए) की राशि दी जाती है। स्वीडिश क्रोना स्वीडन की मुद्रा है।
केमिस्ट्री क्षेत्र का यह पुरस्कार अकसर उन कार्यों के लिए दिया जाता है, जिनका आज व्यावहारिक रूप से विस्तृत उपयोग हो रहा है।
इस साल के नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार 5 अक्टूबर से शुरू हुई है। पहले दिन मेडिसिन क्षेत्र के लिए अवार्ड दिया गया। यह पुरस्कार हेपटाइटिस सी वायरस की खोज करने वाले हार्वे अल्टर, माइकल हॉफटन और चार्ल्स राइस को दिया गया। जबकि 6 अक्टूबर को ब्लैक होल का राज बताने वाले तीन वैज्ञानिकों को रोजर पेनरोज, रेनहर्ड जेंजेल और एंड्रिया गेज को फिजिक्स का पुरस्कार दिया गया।