विज्ञान

कोविड-19: नेत्रहीनों के लिए खबरी बनेगा एक सुचारू माध्यम

DTE Staff

खबरी क्षेत्रीय भाषा में भारत का पहला डिजिटल ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म है, जिसने इस संकटग्रस्त समय में पूरे भारत में नेत्रहीन लोगों की मदद  के लिए एक विशेष कोविड-19 हेल्पलाइन पोर्टल तैयार किया है। खबरी ने यह हेल्पलाइन नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (एनएबी ) के साथ मिलकर  शुरू की है। इस हेल्पलाइन का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और वित्तीय पहलुओं पर विशेषज्ञ सहायता प्रदान करना हैं।

प्रधान मंत्री के-स्टार्ट-अप इंडिया अभियान को ध्यान में रखकर खबरी की अवधारणा भारत की विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। हमारे देश में समाचार प्रसारणकर्ताओं को निजी रेडियो चैनलों पर अपनी इच्छानुसार सामग्री प्रसारित करने की अनुमति नहीं है।

भारतीय दशर्कों के पास ऑल इंडिया रेडियो को छोड़कर कोई ऐसा चैनल नहीं है जिसपर वे स्थानीय भाषाओं में समाचार या अन्य अपडेट सुन सकें। स्थानीय श्रोताओं को अधिक विकल्प देने के लिए, खबरी के संपादकीय सहयोगी दिन भर  महत्वपूर्ण और उपयोगी सामग्री को जमा करते हैं। और इसे स्थानीय भाषा में प्रसारित करता है।

खबरी के सह-संस्थापक संदीप सिंह ने कहा कि आम जनता आसानी से सोशल डिस्टेनसिंग का पालन कर सकती है लेकिन नेत्रहीनों के एक बड़े समूह के सामने कई चुनौतियाँ हैं, चाहे वो सामाजिक हों, स्वास्थ्य संबंधी हों अथवा मनोवैज्ञानिक हों।

वतर्मान स्थिति में उन्हें अत्यंत सावधानी की आवश्यकता होती है क्योंकि उनका पूरा जीवन स्पर्श और संवेदन पर आधारित है। अपने हेल्पलाइन पोर्टल  के माध्यम से हमारा उन तक पहुंचने एवं उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास रहता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हम उनके लिए  विशेषज्ञों के साथ लाइव सत्र आयोजित करने की योजना भी बना रहे हैं।

एनएबी के प्रभारी सचिव एसके सिंह ने कहा कि हमें यह देखकर खुशी हुई कि खबरी जैसे संगठन इन कठिन समय के दौरान हमारे बारे में सोच रहे हैं। यह  हेल्पलाइन पोर्टल देश भर में नेत्रहीन लोगों के समुदाय के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है और यह हमें इस स्थिति का डटकर सामना करने के लिए बल देगा।