विज्ञान

एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर, एंटोन जिलिंगर को क्वांटम फिजिक्स के लिए मिला भौतिकी में नोबेल पुरस्कार

इस बार भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को क्वांटम फिजिक्स में उनके योगदान के लिए दिया गया है

Lalit Maurya

इस बार भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को दिया गया है। इसकी औपचारिक घोषणा रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने कर दी है।

गौरतलब है कि इनमें से एलेन एस्पेक्ट फ्रांस के भौतिक विज्ञानी हैं, वो पेरिस और स्केले यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। वहीं जॉन एफ क्लॉसर अमेरिका और एंटोन जिलिंगर ऑस्ट्रिया की विएना यूनिवर्सिटी में फिजिक्स के हेड ऑफ द डिपार्टमेंट और रिसर्चर हैं। इन वैज्ञानिको द्वारा किए प्रयोगों ने क्वांटम इनफार्मेशन के आधार पर नई तकनीक का रास्ता साफ किया है।

अपने अभूतपूर्व प्रयोगों में भौतिक वैज्ञानिक एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर ने जटिल रूप से उलझी हुई स्थिति में मौजूद कणों (पार्टिकल्स) की जांच और उनको नियंत्रण करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपने प्रयोगों से स्पष्ट किया है कि दो कण अलग होने के बाद भी एक इकाई की तरह व्यवहार करते हैं। 

उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि जब एक साथ जोड़े में दो कण आपस में उलझे होते हैं तो एक कण पर पड़ने वाला प्रभाव दूसरे पर पड़ने वाले प्रभाव को निर्धारित करता है। भले ही वो दोनों कण वास्तव में एक दूसरे को प्रभावित करने के लिए बहुत दूर हों।

देखा जाए तो इन वैज्ञानिकों ने जो एक्सपेरिमेंटल टूल्स डेवेलप किए हैं उन्होंने क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत की है। उनके इस काम से नई पीढ़ी के शक्तिशाली कंप्यूटरों और दूरसंचार प्रणालियों के लिए नए आयाम खुल सकते हैं। पुरस्कार स्वरुप इन तीनों विजेताओं को स्वर्ण पदक, प्रमाणपत्र और करीब एक करोड़ स्वीडिश क्रोना (लगभग 7.3 करोड़ रुपए) की राशि दी जाएगी। 

गौरतलब है कि 1901 से 2022 के बीच अब तक 221 वैज्ञानिकों को भौतिकी में उनके योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें चार महिला वैज्ञानिक भी शामिल थी। वहीं जॉन बारडीन एकमात्र ऐसे पुरस्कार विजेता हैं, जिन्हें 1956 और 1972 में दो बार भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था।

स्वांते पाबो को दिया गया है इस बार चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार

वहीं पिछले वर्ष स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस होसेलमैन और जियोर्जियो पेरिसी जटिल भौतिक प्रणालियों को लेकर किए गए उनके कामों के लिए यह पुरस्कार दिया गया था। उन्हें यह पुरस्कार प्रकृति की जटिल ताकतों को समझने के लिए किए गए उनके कार्यों के लिए दिया गया था। इस खोज से जलवायु परिवर्तन को समझने में सहायता मिली थी।

इससे पहले सोमवार को स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो को इस बार चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह पुरस्कार उनकी मानव के क्रमिक विकास पर की गई रिसर्च के लिए दिया गया है।

गौरतलब है कि इसके बाद बुधवार को रसायन शास्त्र, बृहस्पतिवार को साहित्य के नोबेल विजेताओं के नाम की घोषणा की जाएगी, जबकि शुक्रवार को नोबेल शांति पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा होगी। वहीं अर्थशास्त्र के नोबेल विजेता के नाम का ऐलान 10 अक्टूबर को किया जाएगा।