विज्ञान

रासायनिक और जैविक के हमले से बचा सकता है यह सेंसर

Dayanidhi

पेन स्टेट एंड नॉर्थईस्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पर्यावरण और लोगों की सेहत की निगरानी के लिए एक अति संवेदनशील पहनने योग्य गैस सेंसर विकसित किया है। इससे कहीं भी किसी विषैले रासायनिक और जैविक पदार्थों का पता लगाया जा सकता है, जो आपको व अन्य जीवों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस डिवाइस (सेंसर) का उपयोग चिकित्सा क्षेत्र में रोगी के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए भी किया जा सकता है। जिसमें मानव शरीर से गैसीय बायोमार्कर और वातावरण से प्रदूषकों का पता लगाकर फेफड़ों को नुकसान होने से बचाया जा सकता हैं।

जर्नल ऑफ़ मैटेरियल्स केमिस्ट्री में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, यह सेंसर डिवाइस मौजूदा उपकरणों से बेहतर है, क्योंकि यह स्वतः गरम होने की (सेल्फ-हीटिंग) पद्धति पर काम करता है, जो इसकी संवेदनशीलता (सेन्सिटिविटी) को बढ़ा देता है। इस डिवाइस का उपयोग लगातार किया जा सकता है। इस प्रकार के अन्य उपकरणों को बाहर से गरम करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा अन्य पहनने योग्य सेंसर महंगे होने के साथ-साथ इन्हें साफ कमरे में ही उपयोग किया जा सकता है।

शोध से जुड़े सहायक प्रोफेसर ह्युएन चेंग ने कहा कि लोग सेंसिंग के लिए नेनोमैटेरिअल का उपयोग करना पसंद करते हैं, क्योंकि यह एक बड़ी सतह कवर कर सकता है। लेकिन नेनोमैटेरिअल के साथ समस्या यह है कि हम सिग्नल प्राप्त करने के लिए तारों के साथ इसे आसानी से जोड़ नहीं सकते हैं।

चेंग और उनकी टीम ने एक लेजर का उपयोग करते हुए गैस, बायोमोलेक्यूलस और भविष्य में रसायनों का पता लगाने वाले सेंसरों के लिए नेनोमैटेरिअल का उपयोग किया, जो ग्राफीन के समान था। टीम ने डिवाइस की सतह के नॉन-सेंसिंग भाग में टेढ़ी लाइनों की एक श्रृंखला बनाई, जिसमें चांदी का आवरण लगाया गया। जब चांदी पर विद्युत प्रवाह की जाती हैं, तो गैस संवेदी (सेंसिंग) क्षेत्र को अलग से गरम करने की आवश्यकता नहीं होती है, यह विद्युत प्रतिरोध के कारण गर्म हो जाता है। सेंसर स्प्रिंग्स की तरह है, जिसे आसानी से शरीर में पहना जा सकता है।

इस काम में उपयोग किए जाने वाले नेनोमाटेरिअल, ग्राफीन ऑक्साइड और मोलिब्डेनम डाइसल्फ़ाइड को कम करते हैं। धातु ऑक्साइड मिश्रित जिसमें जस्ता ऑक्साइड और कॉपर ऑक्साइड का एक खोल शामिल है, जो व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले गैस सेंसर सामग्री के दो वर्गों के साथ काम करता है। चेंग ने कहा कि अक्सर दुकानों में पाए जाने वाले सीओ2 लेजर का उपयोग करके हम आसानी से कई सेंसर बना सकते हैं। 

इस डिवाइस (सेंसर) से वाहनों से निकलने वाले नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का पता लगा सकते हैं। इस डिवाइस के उपयोग से सल्फर डाइऑक्साइड का भी पता लगा सकते हैं, जो नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के साथ मिलकर एसिड वर्षा का कारण बनता है। ये सभी गैसें औद्योगिक सुरक्षा के लिए प्रमुख मुद्दे रहे हैं।