मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों के पुनर्वास के ठोस आश्वासन के बाद नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर व उनके सहयोगियों ने अनशन खत्म कर दिया। मुख्यमंत्री कमलनाथ का संदेश लेकर आए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव एससी बहर के आश्वासन के बाद मेधा और उनके साथियों ने अनशन वापस लेने का निर्णय लिया।
नर्मदा बचाओ आंदोलन के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से अनशन वापस लेने की जानकारी दी गई। बताया गया है कि बांध के विस्थापितों को डूब क्षेत्र से पहले ही बसाने पर विचार विमर्श और अन्य मुद्दा के लिए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की बैठक 9 सितंबर को होगी। इसमें मेधा पाटकर भी शामिल होंगी।
गौरतलब है कि गुजरात सरकार सरदार सरोवर बांध का पानी नहीं छोड़ रही है, जिसकारण जलस्तर 136 मीटर तक पहुंच गया है। इसकी क्षमता 138.68 मीटर है। पानी समय पर न छोड़ने के कारण बांध का पानी मध्यप्रदेश के गांवों में घुस गया है। जिसकारण 32 हजार परिवारों के डूबने का खतरा बना हुआ है। इसके विरोध में बीते सोमवार को मेधा पाटकर ने अनशन शुरू किया था।