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अमेरिका-कनाडा में कार से होती हैं 92 फीसदी यात्राएं, दुनिया में 50 फीसदी से ज्यादा

61 देशों के 794 शहरों में किए गए अध्ययन में पाया गया कि जहां सार्वजनिक परिवहन सेवाएं कम हैं, वहां निजी गाड़ियों का इस्तेमाल बढ़ रहा है

Dayanidhi

दुनिया भर में कार पर निर्भरता की सीमा क्या है? रहने के लिए सर्वोत्तम स्थान कार-मुक्त क्यों होने चाहिए? सबसे अच्छे सार्वजनिक यातायात वाले शहर कौन से हैं? कॉम्प्लेक्सिटी साइंस हब के राफेल प्रीतो-क्यूरियल और ईएएफआईटी विश्वविद्यालय का एक नया अध्ययन में इन सवालों का जवाब दिया गया है। 

अध्ययनकर्ताओं ने 61 देशों के 794 शहरों में यातायात के साधनों पर आंकड़े एकत्रित किए, जिनकी कुल आबादी लगभग 85 करोड़ है। अध्ययन बताता है कि कैसे लोग एक शहर में यातायात के साधनों, जैसे कारों, सार्वजनिक परिवहन और सक्रिय गतिशीलता, पैदल और बाइकिंग के उपयोग को मॉडल करके दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आवागमन करते हैं।

अध्ययन में कहा गया है कि शहरों में बहुत अधिक कारें चल रही हैं और कारों का बोझ बढ़ता जा रहा है। इस वजह से पेट्रोल बहुत ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। इस वजह से पार्किंग स्थल, गाड़ी चलाने से संबंधित बुनियादी ढांचा, उनसे उत्पन्न होने वाला शोर, उपयोग की जाने वाली जहरीली सामग्री की तादात भी बढ़ रही है। साथ ही उनके कारण होने वाली दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। 

एनवायरनमेंट इंटरनेशनल पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में  लगभग 51 फीसदी यात्राएं कार द्वारा की जाती हैं। सभी क्षेत्रों में, प्रतिशत बहुत अलग-अलग होता है, अमेरिका और कनाडा के शहरों में लगभग 92 फीसदी यात्राएं ऑटोमोबाइल द्वारा की जाती हैं। उत्तरी और दक्षिणी यूरोपीय शहरों में कार से यात्रा का प्रतिशत 50 से 75 फीसदी तक है।

आंकड़ों के आधार पर अध्ययनकर्ताओं द्वारा बनाए गए वैश्विक गतिशीलता पैटर्न के मानचित्र सहित इंटरैक्टिव विज़ुअलाइज़ेशन देखकर जाना जा सकता है कि  दुनिया भर में अलग-अलग शहर अन्यों की तुलना में कैसे हैं।

यूरोप कार-मुक्त या कार से भरे शहर

अध्ययन से यह भी पता चलता है कि यूरोप में लोग बहुत अलग तरीकों से यात्रा करते हैं। कुछ शहर कारों पर बहुत अधिक निर्भर हैं, जैसे रोम, इटली (66 प्रतिशत), और मैनचेस्टर, इंग्लैंड (71प्रतिशत)। इसके अतिरिक्त, पुराने महाद्वीप के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में बाइक या पैदल यात्रा की जाती है जिनमें  डेनमार्क का कोपेनहेगन, (47 प्रतिशत), नीदरलैंड का यूट्रैक्ट (75 प्रतिशत), स्पेन का बिलबाओ (66 प्रतिशत) तक और इटली का बोलजानो (58 प्रतिशत)।

इसके अलावा कुछ यूरोपीय शहरों में सार्वजनिक परिवहन महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, फ्रांस का पेरिस (60 प्रतिशत) में अधिकांश यात्राएं सार्वजनिक परिवहन से होती हैं। यह लंदन में भी 45 फीसदी के अनुरूप है। पूर्वी यूरोपीय शहर भी सार्वजनिक परिवहन पर अधिक निर्भर हैं, जैसे बेलारूस का मिन्स्क (65 प्रतिशत), चेक गणराज्य का प्राग (52 प्रतिशत), पोलैंड का वारसॉ (47 प्रतिशत) और हंगरी का बुडापेस्ट (45 प्रतिशत)।

एशिया में सार्वजनिक परिवहन, पैदल चलना और साइकिल चलाना

इसी तरह, दक्षिणी और पूर्वी एशिया में यात्राओं में सार्वजनिक परिवहन की हिस्सेदारी महत्वपूर्ण है, जैसा कि हांगकांग में (77 फीसदी) दिखाया गया है। दक्षिण कोरिया का सियोल (66 फीसदी) भारत के मुंबई (52 फीसदी) और जापान के टोक्यो (51 फीसदी)। इसके अतिरिक्त, दक्षिणी और पूर्वी एशिया में साइकिल चलाने की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। बांग्लादेश के ढाका (58 फीसदी), चीन के बीजिंग (53 फीसदी), शंघाई (47 फीसदी), जापान के टोक्यो (37 फीसदी) और भारत के मुंबई (33 फीसदी) और दिल्ली (33 फीसदी) जैसे बड़े शहरों में पैदल चलना और बाइक चलाना शामिल है।

लैटिन अमेरिका और अफ्रीका

लैटिन अमेरिका के शहरों में, कार से यात्रा करना इतना आम नहीं है। सार्वजनिक परिवहन मिलकर आवागमन का अधिक संतुलित तरीका बनाते हैं। उदाहरण के लिए, मेक्सिको सिटी में, केवल 21 फीसदी यात्राएं कार से होती हैं, लेकिन बस रैपिड ट्रांजिट (बीआरटी) और बसों जैसे अन्य विकल्पों के साथ मिलकर एक विशाल मेट्रो प्रणाली, शहर में लगभग आधी यात्राएं की जाती हैं।

अफ्रीकी शहरों में कार से यात्रा करना भी आम नहीं है। हालांकि, केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका जैसे अमीर शहरों में, कार से यात्राएं अधिक होती हैं और इसलिए, कम टिकाऊ होती हैं। अध्ययन में अध्ययनकर्ताओं का तर्क है कि, अमेरिका को छोड़कर, शहर का आकार परिवहन पैटर्न निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अध्ययन के अनुसार, बसें, मेट्रो और ट्राम आमतौर पर बड़े शहरों में परिवहन के सबसे लोकप्रिय साधन हैं, जैसा कि कई यूरोपीय, लैटिन अमेरिकी, अफ्रीकी और एशियाई राजधानियों में पाया जाता है।

अमेरिका में कारों के लिए डिजाइन किए गए शहर

अध्ययन के मुताबिक, अमेरिका विभिन्न आकारों के शहरों में मोडल शेयर में न्यूनतम भिन्नता प्रदर्शित करता है। अमेरिका के अधिकांश शहरों को परिवहन के लिए कारों पर अधिक निर्भरता के साथ डिजाइन किया गया है। जबकि न्यूयॉर्क सिटी और बोल्डर जैसे शहरों ने वैकल्पिक गतिशीलता विकल्प विकसित किए हैं, अमेरिका के अधिकांश शहर कारों पर बहुत अधिक निर्भर हैं।

जैसा कि अध्ययन से पता चलता है, अमेरिका और कनाडा में, लगभग 92 फीसदी यात्राएं कार द्वारा की जाती हैं। सार्वजनिक परिवहन 4.6 फीसदी है और सक्रिय गतिशीलता यानी पैदल या साइकिल से 3.5 फीसदी यात्राएं की जाती हैं।

अध्ययन में कहा गया है कि हालांकि सड़क पर लंबे समय से कारों का बोलबाला रहा है, लेकिन अमेरिका में ऑटोमोबाइल के उपयोग को कम करने की इच्छा बढ़ रही है। सैन फ्रांसिस्को, बोस्टन और न्यूयॉर्क जैसे घने और चलने योग्य शहरों में भरोसेमंद सार्वजनिक परिवहन प्रणालियां हैं।

सबसे अधिक सार्वजनिक परिवहन हिस्सेदारी (25 फीसदी) के साथ न्यूयॉर्क शहर अमेरिका का सबसे अधिक कार-मुक्त शहर है। इसके अलावा, अध्ययन से पता चलता है कि यात्रा का आठ फीसदी हिस्सा पैदल और बाइक चलाने वालों का है। सैन फ़्रांसिस्को और बोस्टन दोनों में, यात्रा का आठ फीसदी हिस्सा सार्वजनिक वाहन का उपयोग करना है। सैन फ्रांसिस्को में छह फीसदी और बोस्टन में सात फीसदी आवागमन पैदल और साइकिल से होता है।

अध्ययन के मुताबिक, अमेरिकी कॉलेज शहर पैदल चलने और साइकिल चलाने के अपने प्रेम के लिए जाने जाते हैं, जैसा कि इथाका (20 फीसदी), स्टेट कॉलेज (10 फीसदी), आयोवा सिटी (10 फीसदी), बोल्डर (नौ फीसदी) और मैडिसन (आठ फीसदी) के लिए जाना जाता है।

इलेक्ट्रिक कारों के बारे में क्या ख्याल है?

दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कारों की लोकप्रियता बढ़ रही है, जिसमें चीन, यूरोप और अमेरिका अग्रणी हैं। हालांकि, शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि इलेक्ट्रिक वाहन शहरों के लिए जवाब नहीं हैं। वे इस बात पर जोर देते हैं कि इलेक्ट्रिक कारें मोटर चालित गतिशीलता से जुड़ा बोझ उठाना जारी रखेंगी। अध्ययन में कहा गया है कि निर्माण, बुनियादी ढांचे की मांग, भीड़, टायरों से उत्पन्न कण प्रदूषण और अन्य को ध्यान में रखना चाहिए।

अध्ययन में अध्ययनकर्ता बताते हैं कि सक्रिय गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन ड्राइविंग के विकल्प के रूप में कई शारीरिक, मानसिक और पर्यावरणीय लाभ प्रदान करते हैं। हालांकि, अध्ययन में इस बात को स्वीकार किया गया है कि यह एक कठिन प्रयास है।

अध्ययन के मुताबिक, यात्रा करने संबंधी व्यवहार को बदलना असाधारण रूप से चुनौतीपूर्ण है। इसके अलावा, सक्रिय गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन में महत्वपूर्ण बाधाएं हैं। लंबी दूरी की यात्राओं के कारण मध्यम और बड़े शहरों में सक्रिय गतिशीलता कठिन है। इसके विपरीत, सार्वजनिक परिवहन को लगातार सेवा प्रदान करने के लिए पर्याप्त संख्या में यात्रियों की आवश्यकता होती है, इसलिए यह जनसंख्या के घनत्व से काफी प्रभावित होता है।