प्रदूषण

किस तरह हो आर्द्रभूमि में सुधार, क्या हैं नए तरीके: अध्ययन

वेटलैंड में उगने वाला पौधा जंकस सरोफोरस 9 से 11 फीसदी के बीच पीएफएएस प्रदूषण को हटाने में सक्षम पाया गया

Dayanidhi

यह अध्ययन प्रदूषित जल मार्गों से विषाक्त पदार्थों को हटाने और शहरी आर्द्रभूमि में सुधार करने के लिए अहम जानकारी प्रदान करता है। अध्ययन में मिट्टी और पानी में पीएफएएस को कम करने में सक्षम एक आर्द्रभूमि में उगने वाले पौधे की खोज की गई है। वहीं दूसरी ओर गर्मियों के दौरान शहरी आर्द्रभूमि के जल प्रवाह के बेहतर प्रबंधन के बारे में भी पता लगाया गया है। 

अध्ययनकर्ताओं ने एक ग्लास हाउस प्रयोग के अपने पहले अध्ययन में एक आम आर्द्रभूमि में उगने वाले पौधे की खोज की। यह पौधा प्रमुख प्रदूषक पेरफ्लूरोआकाइल और पॉलीफ्लोरोआकाइल पदार्थों (पीएफएएस) को सहन कर उन्हें कम करने में सक्षम पाया गया।

यहां बताते चलें कि पेरफ्लूरोआकाइल और पॉलीफ्लोरोआकाइल पदार्थ (पीएफएएस) पीने के पानी, खाद्य पदार्थों, खाद्य पैकेजिंग सामग्री और अन्य उपभोक्ता उत्पादों में व्यापक रूप से पाए जाते हैं। सामान्य प्रजनन कार्य और हार्मोनल सिग्नलिंग में बदलाव करने की उनकी क्षमता के आधार पर कई पीएफएएस को हार्मोन स्रावित करने वाले रसायनों के रूप में पहचाना गया है। 

अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि वेटलैंड में उगने वाला पौधा जंकस सरोफोरस में पीएफएएस को सहन करने की अधिक क्षमता है और एक समय में यह 9 से 11 फीसदी के बीच पीएफएएस को हटाने में सक्षम है, जिसे पानी के स्तर में फ्लोटिंग रीड बेड के साथ बढ़ाया जा सकता है। डॉ इल्का वालिस ने कहा यह पीएफएएस को जमा करने में भी प्रभावी है। पीएफओए और पीएफएचएक्सएस को मिट्टी से ऊपर-जमीन के वनस्पति बायोमास में स्थानांतरित कर सकता है। डॉ इल्का वालिस फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी हाइड्रो जियोलॉजिस्ट हैं।  

इस पौधे के तेजी से बढ़ने की दर के साथ, यह पौधा छोटी शृंखला वाले पीएफएएस यौगिकों को छानने के लिए उपयुक्त माना जा सकता है, लेकिन इस यौगिक की लंबी श्रृंखला-लंबाई और मिट्टी द्वारा अवशोषित होने की क्षमता के कारण पीएफओएस को हटाने में यह कम प्रभावी है।

दुनिया भर के वातावरण में पीएफएएस भारी मात्रा में पाया जाता है, इसलिए स्थानीय स्तर पर प्रभावी उपायों, उपचार के समाधानों की तत्काल आवश्यकता है।

सह-अध्ययनकर्ता और पर्यावरण स्वास्थ्य शोधकर्ता फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हॉवर्ड फेलोफील्ड कहते हैं कि फाइटो-रेमेडिएशन पीएफएएस के लिए एक संभावित उपचारात्मक रणनीति पेश करता है जो बड़े पैमाने पर कुशल और कम लागत वाले उपचार में मदद करता है।

दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड के दक्षिणी उपनगर में स्टॉर्मवॉटर-फेड वेटलैंड और जल उपचार स्थल पर पोषक तत्व और प्रदूषण के लिए तल पर उगने वाले पौधों और पानी का विश्लेषण किया गया था। मैक्रोफाइट्स के 36 इलाकों और पानी के 46 जगहों से नमूने एक व्यवस्थित तरीके से लिए गए। पानी के प्रवाह के आधार पर प्रत्येक इलाके चुना गया। कार्बन, नाइट्रोजन और अन्य तत्वों के लिए कुल 144 तने और जड़ों के नमूनों की जांच की गई, इनमें अमोनिया और कुल छोड़े गए ठोस तत्वों के लिए पानी के 183 नमूने लिए गए।

परिणामों में जल रसायन की अधिक मात्रा दिखाई दी, लेकिन मैक्रोफाइट के स्वास्थ्य में कमी और पौधे के द्वारा छाने गए ठोस पदार्थ पाए गए, क्योंकि गर्मी के दौरान पानी का प्रवाह धीमा हो गया था।

अध्ययनकर्ता विल्किंस कहते हैं कि हमारा अध्ययन वेटलैंड प्रबंधकों को सही डिजाइन करने, जल प्रवाह और वनस्पति नियंत्रण को समायोजित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। ताकि पोषक तत्वों और दूषित पदार्थों को अलग-अलग करके एक साथ बेहतर ढंग से प्रबंधित किया जा सके।

विल्किंस ने बताया कि पानी का प्रवाह मैक्रोफाइट के छानने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। इसका प्रयोग दुनिया में कहीं भी आर्द्रभूमि के स्वास्थ्य और प्रदर्शन में सुधार करने के लिए किया जा सकता है।

कुशल तरीके से छानने और तेजी से बहते पानी, कृषि अपवाह और औद्योगिक अपशिष्ट जल से नाइट्रोजन, कार्बन, फास्फोरस और दूषित पदार्थों को हटाने से आसपास के वातावरण में संभावित हानिकारक प्रदूषकों की सीमा कम हो जाएगी। इससे शहरी और अन्य जगहों के आर्द्रभूमि में पानी की गुणवत्ता के उपचार तकनीकों में सुधार होगा। यह अध्ययन फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय की अगुवाई में किया गया है।