अहमदाबाद से लेकर आगरा तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत की तैयारियां हो रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति भारत दौरे पर हैं। हालांकि इन स्वागत के बीच भोपाल में ट्रंप को कड़ा विरोध झेलना पड़ रहा है। भोपाल की गैस पीड़ित महिलाओं के लिए ट्रंप का भारत दौरा पुराने दर्द को कुदेरने वाला है। 24 फरवरी की सुबह से ही ट्रंप के विरोध की तैयारी में शहर के इकबाल मैदान में महिलाओं की चहल-पहल बढ़ गई। दोपहर में दौरा शुरू होने के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाओं ने ट्रंप विरोधी नारों के साथ ट्रंप के भारत दौरे का विरोध किया।
महिलाओं के समूह का नेतृत्व कर रही सामाजिक कार्यकर्ता रचना ढींगरा बताती हैं कि भोपाल में यूनियन कार्बाइड के द्वारा जो हत्याएं की गई उसके मालिक डाव केमिकल को ट्रंप सरकार पनाह देती है। इसके खिलाफ भोपाल पीड़ित संगठन एवं समर्थक संगठन ने यह विरोध प्रदर्शन किया है। सैकड़ों महिलाओं ने हाथ में झाड़ू लेकर ट्रंप विरोधी नारे लगाते रहे और गैस पीड़ितों को उचित मुआवजा और दोषी कंपनी को सजा दिलाने की मांग की।
महिलाओं का कहना है कि भारत की अदालतों से जारी समन को सरकारी तंत्र डाव कंपनी से मिले होने की वजह से पहुंचने नहीं दे रहा है। कंपनी को सरकारों का संरक्षण प्राप्त है जिस वजह से गैस पीड़ितों को न्याय मिलने में देरी हो गई। महिलाओं ने मांग की कि ट्रंप सरकार यूनियन कार्बाइड और डाव केमिकल्स को भोपाल जिला अदालत में पेश करवाए। गैस पीड़ितों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दोषी कंपनी को बचा रहे हैं। संगठनों ने बयान जारी करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी लोकतंत्र के लिए सबसे घातक लोग हैं।