नंदानगर तहसील के गांव धूर्मा गांव का दृश्य। फोटो: डीईपीआर, उत्तराखंड 
आपदा

उत्तराखंड: अब चमोली के नंदानगर में अतिवृष्टि से तबाही, 12 लोग लापता

नंदानगर में 24 घंटे में 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है

Rajesh Dobriyal

  • उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर में भारी बारिश के कारण आकस्मिक बाढ़ से तबाही मची है।

  • 12 लोग लापता हैं और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।

  • प्रशासन ने 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

  • मौसम विभाग ने भारी बारिश की पुष्टि की है, लेकिन बादल फटने की घटना से इनकार किया है।

उत्तराखंड में भारी बारिश से इस बार चमोली जिले के नंदानगर में आकस्मिक बाढ़ आने से नुकसान हुआ है। इसके चलते अलग-अलग गांवों के 12 लोग लापता हैं। माना जा रहा है कि ये मलबे में दबे हैं। प्रशासन का दावा है कि करीब तीन सौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एक बार फिर मौसम विभाग ने कहा है कि नंदानगर में बादल तो नहीं फटा है लेकिन बारिश ज़्यादा हुई है।

तीन गांवों में हुआ नुकसान

आपदा प्रबंधन और पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार 18-19 सितंबर की रात करीब तीन बजे चमोली की  नंदानगर तहसील में भारी बारिश के कारण पानी के साथ मलबा आया जो गांव कुन्तरी लगाफाली, कुन्तरी लगा सरपाणी और धुर्मा में घुस गया। कुन्तारी लगाफाली गांव में आठ लोग लापता हैं और आशंका जताई जा रही है कि वे मलबे में दब गए हैं। इसके अलावा 15-20 घर और गौशाला के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।

स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और राजस्व विभाग की टीम ने मलबे में दबी दो महिलाओं और एक बच्चे को निकाला है। इलाज के लिए उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नंदानगर में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा 150-200 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

अतिवृष्टि की वजह से नुक़सान की दूसरी घटना नदांनगर के कुन्तारी लगा सरपाणी गांव में हुई है। यहां अतिवृष्टि से दो व्यक्तियों के लापता और दो भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। यहां से लगभग 100 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।  

अतिवृष्टि से मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से धुर्मा गांव के नुक़सान हुआ है। यहां भी दो व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं और 8-10 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।

24 घंटे में 70 मिमी बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र में वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने डाउन टू अर्थ को बताया कि हालांकि चमोली जिले में मध्यम बारिश रिकॉर्ड हुई है लेकिन नंदानगर में 24 घंटे में 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। हालांकि वह यह भी साफ़ कर देते हैं कि यह आंकड़ा मौसम विभाग को जिला आपदा प्रबंधन ऑफ़िस से मिला क्योंकि नंदानगर में मौसम विभाग की ऑब्ज़र्वेट्री नहीं है।

थपलियाल यह भी कहते हैं कि इस फ़्लैश फ़्लड आने की वजह संभवतः नदियों, गदेरों का जलस्तर पहले से बढ़ा होना और भूमि की जलग्रहण क्षमता का चुक जाना होगा. जिसकी वजह से पानी मलबा लेकर तेज़ी से नीचे आया होगा।