पूर्वी राजस्थान के कोटा, बराज, झालावाड़, प्रतापगढ़, अलवर, दौसा, बूंदी, करौली और भरतपुर जिलों के जलभराव व फ्लैश फ्लड की चपेट में आने की आशंका जताई गई है।  
आपदा

हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व पूर्वोत्तर राजस्थान में बाढ़-जलभराव की आशंका

डिप्रेशन के अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बना डिप्रेशन पिछले छह घंटों के दौरान आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है।

आज, यानी 12 सितंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे यह उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों के पास बना हुआ था। यह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से लगभग 50 किमी उत्तर में, उत्तर प्रदेश के आगरा से लगभग 60 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में, अलीगढ़ से 130 किमी दक्षिण में और झांसी से 140 किमी उत्तर-पश्चिम में बना हुआ है।

इसके अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने अपने अपडेट के हवाले से कहा कि यह प्रणाली दिल्ली और लखनऊ में डॉपलर मौसम रडार की निरंतर निगरानी में है।

डिप्रेशन आज, यानी 12 सितंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे यह उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों के पास बना हुआ था।

भारी बारिश के आसार

डिप्रेशन के कारण 12 से 14 सितंबर के दौरान उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है

वहीं 12 और 13 सितंबर को हरियाणा के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, दक्षिण हरियाणा के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं, 14 और 15 सितंबर को भी हरियाणा के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का अनुमान है।

12 और 13 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा, कुछ हिस्सों भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। 14 और 15 सितंबर को भी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।

वहीं आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 13, 14 और 15 सितंबर को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।

आज, यानी 12 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 13 और 14 सितंबर को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है।

वहीं आज, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश की आशंका जताई गई है। 13 और 14 सितंबर को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश और 15 सितंबर को कुछ इलाकों में जमकर बरस सकते हैं बादल।

12 और 13 सितंबर को पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, पूर्वोत्तर राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा 14 और 15 सितंबर को राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

फ्लैश फ्लड की आशंका

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में फ्लैश फ्लड या जलभराव हो सकता है।

वहीं, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, ज्योतिबाफुले नगर, संभल, बदायूं, बुलंदशहर, अलीगढ़, कांशीराम नगर, महामायानगर, एटा, औरैया, शाहजहांपुर, फ़िरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, हमीरपुर, जालौन, झांसी, कन्नौज ,कानपुर देहात, हरदोई, खीरी, सीतापुर, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी जिले भी जलभराव व फ्लैश फ्लड की चपेट में आ सकते हैं

पूर्वी मध्य प्रदेश के छतरपुर, दमोह और सागर जिले में फ्लैश फ्लड या जलभराव होने की आशंका जताई गई है। जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश के आगरमालवा, अशोकनगर, भिंड, भोपाल, दतिया, गुना, मुरैना, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी, रायसेन और विदिशा जिले भी फ्लैश फ्लड का सामना कर सकते हैं।

वहीं, पूर्वी राजस्थान के कोटा, बराज, झालावाड़, प्रतापगढ़, अलवर, दौसा, बूंदी, करौली और भरतपुर जिलों के भी जलभराव व फ्लैश फ्लड की चपेट में आने की आशंका जताई गई है।

तूफानी हवाओं की आशंका

अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्वी राजस्थान और दक्षिणी हरियाणा के अधिकतर इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने के आसार जताए गए हैं।

नुकसान के आसार

मौसम विभाग ने कहा है कि हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राजस्थान में भारी बारिश के कारण, स्थानीय स्तर पर सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और अंडरपास बंद हो सकते हैं।

भारी बारिश के कारण दृश्यता में कभी-कभी कमी आ सकती है। सड़कों पर पानी भर जाने के कारण प्रमुख शहरों और सड़कों पर यातायात बाधित हो सकता है, जिससे यात्रा में समय लग सकता है। कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है।स्थानीय भूस्खलन मिट्टी धंस सकती है।

भारी बारिश और तूफानी हवा के कारण कुछ इलाकों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने के भी आसार जताए गए हैं। नदियों से सटे इलाकों में बाढ़ आ सकती है।

नुकसान से बचने के लिए मौसम विभाग के सुझाव

हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राजस्थान में लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले अपने मार्ग पर यातायात की भीड़-भाड़ का पता लगा लें। इस संबंध में जारी किए गए किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। उन क्षेत्रों में जाने से बचें जहां अक्सर जलभराव की समस्या होती है। असुरक्षित संरचनाओं में रहने से बचने का भी सुझाव दिया गया है।

किसानों को सुझाव

मौसम विभाग ने मौसमी गतिविधि को देखते हुए कटी हुई फसल को सुरक्षित जगहों पर रखने का सुझाव दिया है। खेतों से अतिरिक्त जमा पानी को निकालने की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। बागवानी फसलों को तूफानी हवाओं से बचाने के लिए बाहरी तौर पर सहारा देने को कहा गया है और सब्जियों के पौधों के साथ भी ऐसा करने के लिए कहा गया है।