जहां एक और इस महीने में ही देश कई राज्य लू या हीट वेव से जूझ रहे हैं वहीं दूसरी ओर, साल 2022 का पहला चक्रवाती तूफान ‘आसनी' ने दक्षिण के इलाकों अर्थात अंडमान और निकोबार में अपनी दस्तक दे दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में बना एक अवसाद या डिप्रेशन, पिछले 06 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़कर एक डीप डिप्रेशन में बदल गया।
आज 21 मार्च को 05:30 बजे के दौरान यह पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीप समूह) से लगभग 110 किमी पूर्व-उत्तर पूर्व, कार निकोबार (निकोबार द्वीप समूह) से 320 किमी उत्तर-उत्तर पूर्व और यांगून (म्यांमार) से 610 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में बना हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके और तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदलने के आसार हैं। इसके अगले 48 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ उत्तर की ओर और म्यांमार तट की ओर बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि उपरोक्त गतिविधि को ध्यान में रखते हुए, प्रणाली के अंडमान और निकोबार द्वीपों के साथ-साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे एक अवसाद या डिप्रेशन में बदलने के आसार जताए हैं। चक्रवाती तूफान के चलते अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पर्यटन गतिविधियां रोकने की सलाह दी गई हैं।
21 मार्च यानी आज उत्तरी अंडमान द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है। वहीं निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
आज तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल तथा माहे के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में सुबह से 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
इस गतिविधि के 21 मार्च की शाम से धीरे-धीरे बढ़कर 65 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने तथा आंधी-तूफान की रफ्तार पकड़ने की आसार हैं। मछुआरों को चेतावनी दी है कि इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाएं।
मौसम विभाग के मुताबिक इस तूफान को लेकर कोई टकराने या लैंडफॉल पॉइंट का उल्लेख नहीं किया गया है। यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ आगे बढ़ेगा और फिर बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी और म्यांमार तट के साथ-साथ और धीरे-धीरे कम हो जाएगा और 22 मार्च से उसी क्षेत्र में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में बदलने के आसार हैं। अंडमान और निकोबार के साथ और बाहर जाने पर इस क्षेत्र में अत्यधिक भारी बारिश और तेज हवाएं आने की संभावना है।