तूफान मिचौंग अपडेट [5:00 PM]
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना भीषण चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' अंग्रेजी में 'Michaung' पिछले छह घंटों के दौरान 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ गया है।
आज, पांच दिसंबर 2023 को भारतीय समयानुसार 12:30 से 14:30 बजे के दौरान 90 से 100 किमी प्रति घंटा की लगातार चलने वाली तूफानी हवाओं की रफ्तार के साथ एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार कर गया है। इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और अगले दो घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने की संभावना है।
तूफान मिचौंग अपडेट: बापटला के पास टकराने के आसार, 9000 से अधिक लोगों को निकाला गया [3:00 PM]
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना भीषण चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' अंग्रेजी में 'Michaung' पिछले छह घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ गया है।
यह आज, पांच दिसंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार 08:30 बजे उसी इलाके में केंद्रित था। यह कवाली से लगभग 40 किमी उत्तर-पूर्व में, नेल्लोर से 80 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व में, बापटला से 80 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में और मछलीपट्टनम से 140 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में है।
इसके धीरे-धीरे और खतरनाक होकर उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने तथा अगले चार घंटों के दौरान एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करने के आसार हैं। इस दौरान लगातार तूफानी हवाओं की रफ्तार के 90 से 100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक होने के आसार हैं।
आंध्र प्रदेश में भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 9,000 से अधिक लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों भेज दिया गया है। नेल्लोर, प्रकाशम और बापटला समेत कई हिस्सों में पहले ही तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश का दौर जारी है।
तूफान मिचौंग अपडेट: बापटला के पास टकराने के आसार, इन तटीय इलाकों में भारी बारिश [ 11:00 AM]
दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना भीषण चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' अंग्रेजी में 'Michaung' पिछले छह घंटों के दौरान सात किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ गया है।
यह आज, पांच दिसंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार 05:30 बजे यहीं पर बना हुआ था। यह दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, कवाली से लगभग 20 किमी पूर्व, नेल्लोर से 50 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व, चेन्नई से 200 किमी उत्तर, बापटला से 110 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और मछलीपट्टनम से 170 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में बना हुआ है।
इसके धीरे-धीरे और खतरनाक होकर उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने के आसार हैं। आज, यानी पांच दिसंबर दोपहर से पहले यह एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच, बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, इस दौरान लगातार तूफानी हवाओं की रफ्तार के 90 से 100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक होने के आसार हैं।
चक्रवाती तूफान के चलते भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने उपरोक्त भीषण चक्रवाती तूफानी गतिविधि को देखते हुए आज, उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है, हालांकि उसके बाद इसमें कमी आने का अनुमान लगाया गया है।
वहीं आज, तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में भयंकर बारिश की आशंका व्यक्त की गई है।
पांच दिसंबर को उत्तर तटीय और निकटवर्ती दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश में एक या दो जगहों पर असाधारण रूप से भयंकर बारिश होने की भी आशंका है। छह दिसंबर को उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं।
आज, पांच दिसंबर को रायलसीमा के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, तेलंगाना के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ हिस्सों में भारी से भयंकर बारिश होने के आसार हैं।
आज, पांच दिसंबर को ओडिशा के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा, दक्षिण तटीय और आसपास के दक्षिण आंतरिक ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है और छह दिसंबर को इन्हीं इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं।
तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी तमिलनाडु तट (चेन्नई और इसके उत्तर) के पास और उससे दूर 40 से 50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज तूफानी हवाएं जारी हैं। इन तूफानी हवाओं की रफ्तार के धीरे-धीरे कम होकर आज दोपहर तक 30 से 40 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।
पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 90 से 100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार की तेज तूफानी हवाएं चलने की आशंका है, तूफानी हवाओं के आज सुबह के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इनकी रफ्तार कम हो जाएगी।
वहीं आज नेल्लोर जिले और उसके आसपास 70 से 80 किमी प्रति घंटे से लेकर 90 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाएं चल रही है और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के शेष जिलों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं, जिनके आज दोपहर तक जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे इनकी गति कम हो जाएगी।
उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं का दौर जारी है, इसके अगले 12 घंटों के दौरान जारी रहने के आसार हैं। इसके बाद इन तूफानी हवाओं की गति में धीरे-धीरे कमी आने की बात कही गई है।
वहीं, ओडिशा के तटों पर आज दोपहर तक 35 से 45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे तक की तेज तूफानी हवाएं चल रही हैं। तूफानी हवाओं के आज शाम से अगले 12 घंटों तक धीरे-धीरे बढ़कर 40 से 50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं, इसके बाद तूफानी हवाओं की रफ्तार में धीरे-धीरे कमी आने का अनुमान है।
उपरोक्त के अलावा पांच दिसंबर तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों पर, छह दिसंबर तक पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और आंध्र प्रदेश तट तथा छह दिसंबर तक ओडिशा के तटों पर मछुआरों को मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तूफान के कारण मौसम विभाग की नुकसान को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग ने दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों (नेल्लोर, तिरुपति प्रकाशम, बापटला, गुंटूर, कृष्णा और पश्चिम गोदावरी) और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी के निकटवर्ती तटीय जिलों में नुकसान की आशंका जताई है। मौसम विभाग मुताबिक, घास-फूस के घरों तथा झोपड़ियों को भारी नुकसान हो सकता है। छतें उड़ सकती हैं, धातु की चादरें उड़ सकती हैं।
कमजोर संरचना को नुकसान पहुंचने के आसार हैं, तूफानी हवाओं के कारण पेड़ तथा इनकी शाखाएं टूट सकती है और छोटे और मध्यम आकार के पेड़ उखड़ सकते हैं। पेड़ों के उखड़ने से बिजली और संचार लाइनों को मामूली क्षति हो सकती है। भारी बारिश के कारण कच्ची सड़कों को ज्यादा नुकसान और पक्की सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। धान की फसल, बागवानी फसल और बगीचों को नुकसान हो सकता है। कच्चे तटबंधों के कटाव के बाद निचले इलाकों में समुद्र का पानी भरने की आशंका है। भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण तटीय जिलों के निचले इलाकों में पानी भर सकता है।
दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी के निकटवर्ती तटीय जिलों के लोगों के लिए मौसम विभाग ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं -
मौसम विभाग ने मछुआरों से कहा गया है कि, मछली पकड़ने का कार्य पूर्णतः निलंबित रखा जाए। असुरक्षित या जो तूफान के कारण गिर सकते हैं ऐसे मकानों में न रहने की चेतवानी जारी की गई है। तटीय इलाकों में झोपड़ियों में रहने वाले लोग वहां से निकल कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाए। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में लोग घर के अंदर ही रहें। उन इलाकों में जाने से बचें जहां अक्सर जलभराव की समस्या रहती है।
टकराने के बाद कब शांत होगा तूफान?
तूफान के टकराने या लैंडफॉल के बाद धीरे-धीरे कमजोर होते हुए करीब 12 घंटे तक चक्रवाती तूफान की तीव्रता बनी रहेगी। पांच दिसंबर की शाम तक हवा की गति के धीरे-धीरे कम होकर 75-85 किमी प्रति घंटे से 95 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी और उसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाएगी। छह दिसंबर 2023 को दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं, मौसम विभाग ने बताया है कि, वह तूफानी गतिविधि की लगातार निगरानी कर रहा है और इससे संबंधित अपडेट समय-समय पर जारी किया जाएगा।