आपदा

रेमल चक्रवात: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे दबाव के कारण कोलकाता समेत इन हिस्सों में भारी बारिश

कम दबाव प्रणाली के असर से मॉनसून की गतिविधि बढ़ने की संभावना जताई गई है, जिससे मॉनसून अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अरब सागर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाएगा।

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है और पश्चिम-मध्य और पश्चिम मध्य के ऊपर बना हुआ है।

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटा हुआ चक्रवाती प्रसार समुद्र तल से औसतन 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 24 मई, 2024 की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक दबाव में तब्दील होने के आसार हैं। इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने, और तेज होने तथा 25 मई की शाम तक उत्तर-पूर्व और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

यदि कम दबाव तूफान में बदलता है तो इसे ओमान के सुझाव के अनुसार 'रेमल' नाम दिया जाएगा। वहीं, अगले पांच दिनों तक आंध्र प्रदेश के तट पर 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की आशंका जताई गई है। इस कम दबाव प्रणाली के असर से मॉनसून की गतिविधि बढ़ने की संभावना जताई गई है, जिससे मॉनसून अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अरब सागर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश के बाद बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज, यानी 23 मई को राज्य में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

तूफानी गतिविधि के चलते मौसम विभाग ने 25 और 26 मई को उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिलों और ओडिशा के बालासोर जिले के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है

वहीं, 25 और 26 मई को मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के कई इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है।

तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग ने कम दबाव के कारण समुद्र के अशांत होने की आशंका जताई है। तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह देते हुए कहा है वे 23 मई से मध्य और निकटवर्ती दक्षिण बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से 26 मई तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाएं। वहीं मौसम विभाग के द्वारा समुद्र में गए मछुआरों को 23 मई से पहले तट पर लौटने की भी सलाह दी गई है।

आज, गोवा तट, कर्नाटक, केरल, श्रीलंका के तटों, लक्षद्वीप, मालदीव के इलाकों, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण, मध्य और उत्तरी खाड़ी के आसपास 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य और दक्षिण-पूर्व में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।