आपदा

कम दबाव के चक्रवात में बदलने से दक्षिण भारत के इन हिस्सों में भारी बारिश के आसार

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना अत्यधिक कम दबाव क्षेत्र सोमवार को और मजबूत होकर चक्रवात में बदल गया है।

मौसम विभाग ने बताया कि, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 11 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग पश्चिम, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है।

आज यानी 31 जनवरी, 2023 को समन्वित वैश्विक समय या यूटीसी के मुताबिक सुबह के समय यह दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बना हुआ था। इसके आज, 31 जनवरी की शाम तक लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है। यह बंगाल से लगभग 380 किमी त्रिंकोमाली के पूर्व-दक्षिण पूर्व (श्रीलंका, 43418) और कराईकल से 610 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व (भारत 43346) में था।

इसके 31 जनवरी के समन्वित वैश्विक समय या यूटीसी के अनुसार इसके 09:00 बजे तक लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है। इसके बाद, इसके धीरे-धीरे पश्चिम,दक्षिण-पश्चिम की ओर लौटने और एक फरवरी 2023 को यूटीसी के मुताबिक लगभग 06:00 बजे तक श्रीलंका तट को पार करने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधि के चलते आज यानी 31 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई है। वहीं एक फरवरी को दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में तूफान के आसार से भारी बारिश की आशंका जताई गई  है।

इसके प्रभाव से मौसम विभाग ने मंगलवार को दक्षिण तटीय आंध्र और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। इसमें कहा गया है कि बुधवार से दो दिनों तक राज्य में मौसम शुष्क रहेगा।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी जारी की है कि वे 31 जनवरी से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में न जाएं और दो  फरवरी तक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र और श्रीलंका और दक्षिण तमिलनाडु और कराईकल तटों से दूर रहें। वहीं मौसम विभाग ने तमिलनाडु के तटों से दूर समुद्र में गए मछुआरों को 31 जनवरी तक तटों पर लौटने की भी सलाह दी है।

वहीं आज, यानी 31 जनवरी को दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका तट पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

मौसम संबंधी उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।