पुडुचेरी में 24 घंटों में 48.4 सेमी बारिश दर्ज की गई, जबकि विल्लुपुरम जिले के मैलम में सबसे अधिक 50 सेमी बारिश हुई।  फोटो साभार: आईस्टॉक
आपदा

चक्रवात 'फेंगल' का असर: तमिलनाडु के कई हिस्सों में बाढ़, कर्नाटक और केरल में बारिश का अलर्ट जारी

आज, केरल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

Dayanidhi

30 नवंबर को पुडुचेरी और तमिलनाडु के बीच टकराने के बाद रविवार को चक्रवात फेंगल कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके प्रभाव के कारण भारी बारिश का दौर जारी है। केंद्र शासित प्रदेश में जलमग्न सड़कों पर फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण तमिलनाडु के कई हिस्सों में भी नुकसान होने की खबर है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, उत्तर आंतरिक तमिल और उससे सटे दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर कम दबाव का क्षेत्र या चक्रवाती तूफान "फेंगल" का असर, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। आज तीन दिसंबर को भारतीय समयानुसार सुबह के 05:30 बजे यह तटीय कर्नाटक और उससे सटे पूर्व मध्य अरब सागर पर अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है।

विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान इसके पूर्व मध्य अरब सागर पर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

चक्रवाती तूफान "फेंगल" के प्रभाव के कारण आज, उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं आज, केरल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है

आज, यानी तीन दिसंबर को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। वहीं आज, तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। तीन और चार दिसंबर को लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बारिश व जलभराव के चलते पुडुचेरी में तीन दिसंबर, यानी आज स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है।

चक्रवात फेंगल ने पुडुचेरी और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में रिकॉर्ड बारिश और बाढ़ लाकर यहां भारी तबाही मचाई है। पुडुचेरी में 24 घंटों में 48.4 सेमी बारिश दर्ज की गई, जबकि विल्लुपुरम जिले के मैलम में सबसे अधिक 50 सेमी बारिश हुई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खराब मौसम ने छह लोगों की जान ले ली, जिनमें से दो की मौत बिजली के झटके से हुई और बिजली गुल होने, रिहायशी इलाकों में पानी भरने और सड़कों को नुकसान पहुंचने से रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई। सेना और भारतीय तटरक्षक बल की मदद से पुडुचेरी में बचाव प्रयासों ने 100 से अधिक लोगों को बचाया गया।

उड़ानें और रेल यातायात प्रभावित

ताजा खबर है कि चक्रवाती तूफान के कारण कई उड़ानें और रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं। विल्लुपुरम से गुजरने वाली करीब 48 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कई इलाकों में भूस्खलन के कारण यातायात मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। खराब मौसम के कारण कुछ जिलों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो रही है। मौसम विभाग के द्वारा कोयंबटूर और नीलगिरि में तीन दिसंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

तूफानी गतिविधि के चलते अभी भी समुद्री इलाकों में हलचल जारी है, मौसम विभाग की मानें तो आज, केरल, कर्नाटक, गोवा के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन के इलाकों के आसपास 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।