मौसम विभाग ने कहा है कि कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है, कमजोर संरचनाएं टूट सकती हैं, स्थानीय स्तर पर भूस्खलन, मिट्टी का धंसना आदि होने के आसार हैं। 
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कम दबाव के कारण झारखण्ड, पश्चिम बंगाल व बिहार समेत इन राज्यों में भयंकर बारिश, नुकसान की आशंका

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर झारखंड और उसके आसपास के इलाकों में बना कम दबाव पिछले छह घंटों के दौरान पांच किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ गया है। आज, तीन अगस्त को भारतीय समयानुसार 05: 30 बजे यह उसी क्षेत्र में बना हुआ था। यह बिहार के गया से लगभग 70 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और झारखंड के डाल्टनगंज से 60 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में था।

मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम झारखंड, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और इससे सटे उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, यानी तीन अगस्त को झारखंड के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में पर बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई है। वहीं आज, उत्तर-पश्चिमी झारखंड में कुछ हिस्सों भयंकर से बहुत भयंकर बारिश होने के भी आसार जताए गए हैं।

तीन से छह अगस्त के दौरान बिहार के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं आज, उत्तरी छत्तीसगढ़ के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है।

तीन से छह अगस्त के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी से अत्यधिक बारिश होने का अनुमान है।

उत्तर झारखंड और उसके आसपास के इलाकों में बना कम दबाव पिछले छह घंटों के दौरान पांच किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ गया है।

तीन और चार अगस्त के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। वही, तीन से पांच अगस्त के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने, तथा तीन और चार अगस्त को कुछ हिस्सों में अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं।

कम दबाव के चलते आज, यानी तीन अगस्त को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। चार से छह अगस्त के दौरान कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं।

तीन से छह अगस्त के दौरान पूर्वी राजस्थान के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, वहीं आज कुछ हिस्सों में बहुत भारी जबकि चार अगस्त को अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

तूफानी हवाएं चलने के आसार

मौसम विभाग ने कम दबाव व तूफानी गतिविधि के चलते आज, यानी तीन अगस्त को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, दक्षिण बिहार, उत्तरी ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार जताए हैं।

वहीं तीन और चार अगस्त को पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिण बिहार और उससे सटे दक्षिण उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 50 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

चार और पांच अगस्त को पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक तूफानी हवाओं के चलने का अनुमान है।

तीन अगस्त, 2024 को उत्तर झारखंड और आसपास के इलाकों पर बना कम दबाव

नुकसान होने की आशंका

मौसम विभाग ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर सड़कों में बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। भारी बारिश के कारण कही-कही दृश्यता में कमी भी हो सकती है। सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यातायात बाधित होने से यात्रा का समय बढ़ सकता है।

कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान होने की आशंका जताई गई है। स्थानीय स्तर पर भूस्खलन, मिट्टी का धंसना आदि होने के आसार हैं। जलभराव के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने के भी आसार हैं। इससे कुछ नदियों वाले निचले इलाकों में बाढ़ आने की भी आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग की नुकसान से बचने की सलाह

मौसम विभाग ने अपने अपटेड में कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की आशंका के चलते पश्चिम बंगाल, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जल जमाव से बचने के लिए फसल वाले खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था की जानी चाहिए। बागवानी फसलों और सब्जियों को तूफान से बचाने के उपाय भी किए जाने चाहिए।