अगले 36 घंटों के दौरान कम दबाव के पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर गहरा अवसाद या डीप डिप्रेशन में तब्दील होकर और घातक होने की आशंका जताई गई है। 
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डीप डिप्रेशन के चक्रवात में बदलने की आशंका, बंगाल की खाड़ी में बना एक और दबाव

डीप डिप्रेशन के अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। इसके बाद, यह अगले दो दिनों के दौरान भारतीय तट से दूर उत्तर-पूर्व अरब सागर में लगभग पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा।

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मौसम विभाग के अनुसार, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वोत्तर अरब सागर और पाकिस्तान के आस-पास के इलाकों में बना गहरा अवसाद या डीप डिप्रेशन पिछले छह घंटों के दौरान 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ गया है।

आज, 30 अगस्त, 2024 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे यह कच्छ के तट और पाकिस्तान और पूर्वोत्तर अरब सागर के आस-पास के इलाकों में बना रहा, जो कि गुजरात के भुज से 145 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम, नलिया से 50 किमी पश्चिम-उत्तर-पूर्व और पाकिस्तान के कराची से 200 किमी दक्षिण-पूर्व में केंद्रित हो गया है।

इसके लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने, कच्छ और उससे सटे पाकिस्तान के तटों से उत्तर-पूर्व अरब सागर में उभरने और अगले 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। इसके बाद, यह अगले दो दिनों के दौरान भारतीय तट से दूर उत्तर-पूर्व अरब सागर में लगभग पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के मध्य और उससे सटे उत्तरी भाग पर बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। 30 अगस्त, 2024 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों से सटे बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उसके निकटवर्ती उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में बना हुआ है।

इसके अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उसी क्षेत्र में और अधिक स्पष्ट होने के आसार हैं। इसके बाद, उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिणी ओडिशा तटों की ओर बढ़ते हुए, अगले 36 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर अवसाद या डीप डिप्रेशन में तब्दील होकर और घातक होने की आशंका जताई गई है।

सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वोत्तर अरब सागर और पाकिस्तान के आस-पास के इलाकों में बना गहरा अवसाद या डीप डिप्रेशन पिछले छह घंटों के दौरान 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ गया है।

तूफानी गतिविधि के कारण भारी बारिश के आसार

उपरोक्त तूफानी गतिविधियों के चलते आज गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने होने के आसार हैं। वहीं कल, यानी 31 अगस्त को गुजरात के तटीय जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है।

वहीं बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव के चलते 30 और 31 अगस्त के दौरान ओडिशा के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है। एक सितंबर को ओडिशा के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।

30 अगस्त से एक सितंबर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। 30 और 31 अगस्त को कुछ हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है

तूफानी हवाएं चलने के आसार

आज, यानी 30 अगस्त को दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र एवं कच्छ के जिलों में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं, 30 से 31 अगस्त के दौरान गुजरात के तटों और उससे सटे पाकिस्तान के तटों और पूर्वोत्तर तथा पूर्व मध्य अरब सागर में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है।

आज, पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 50 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने कहा है की 31 अगस्त को इन तूफानी हवाओं की रफ्तार बढ़कर 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। 31 अगस्त को उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।

भयंकर समुद्री लहरों के उठने की आशंका

मौसम विभाग की मानें तो 31 अगस्त तक गुजरात और उससे सटे पाकिस्तान और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर तूफानी मौसम के चलते समुद्री स्थिति के खतरनाक बने रहने के आसार हैं, यहां भयंकर समुद्री लहरें उठ सकती है।

वहीं, 31 अगस्त तक पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में भी समुद्र की स्थिति खतरनाक बने रहने की आशंका जताई गई है। इसी दौरान उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर समुद्री स्थिति के खतरनाक बने रहने के आसार हैं, यहां भी भयंकर समुद्री लहरें उठने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

तूफानी गतिविधि के चलते मौसम विभाग की मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, उत्तर, मध्य अरब सागर और दक्षिण अरब सागर के उत्तरी हिस्सों, गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, कर्नाटक, केरल के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और श्रीलंका के तट, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों और उत्तर-पश्चिम के दक्षिणी हिस्सों और आसपास के उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटों, उत्तरी अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, गुजरात तट, उत्तर-पूर्व अरब सागर, उत्तर-पश्चिम के कई इलाकों, पूर्व-मध्य अरब सागर, पश्चिम-मध्य अरब सागर, पूर्व-मध्य और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई हैं।

आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी मध्य, पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया, यमन और ओमान के तटों के अधिकतर इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे किमी दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, गुजरात तट और उससे सटे पाकिस्तान तट तथा निकटवर्ती उत्तर-पूर्व और पूर्व-मध्य अरब सागर में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

उपरोक्त के अलावा मौसम विभाग ने 31 अगस्त तक पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तथा इसी दौरान दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर मछुआरों को न जाने की चेतावनी जारी की है।

तूफानी गतिविधि के कारण नुकसान होने के आसार

मौसम विभाग के मुताबिक, तूफानी गतिविधि के कारण स्थानीय स्तर पर सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। भारी बारिश के कारण दृश्यता भी कम हो सकती है।

सड़कों पर जलभराव के कारण शहरों में यातायात बाधित होने से यात्रा का समय बढ़ सकता है। कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। कमजोर संरचनाओं को नुकसान होने की आशंका जताई गई है। स्थानीय स्तर पर भूस्खलन या मिट्टी धंस सकती है। जलभराव के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है।

किसानों को तूफानी गतिविधि के चलते सतर्क रहने की सलाह

तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने गुजरात, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका जताई है, जिसकी वजह से फसलों को नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग ने सलाह देते हुए कहा है कि गुजरात, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में जल जमाव से बचने के लिए फसल वाले खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें। बागवानी फसलों को बाहर से सहारा देना और सब्जियों के पौधों को तूफान से बचाने के लिए सहारा देने की बात कही गई है।