भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवाती तूफान 'यास' पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 07 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। 27 मई यानी आज 05: 30 बजे के दौरान चक्रवाती तूफान 'यास' दक्षिण झारखंड और सीमावर्ती इलाकों में केंद्रित था जो जमशेदपुर से लगभग 70 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और रांची से 70 किमी दक्षिण, दक्षिण-पूर्व में केंद्रित था। जिसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और 06 घंटे के दौरान धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।
यहां बताते चले कि इससे पहले चक्रवाती तूफान 'यास' बुधवार को ओडिशा के तट पर टकराया था, पूर्वी समुद्र तट पर भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) द्वारा इसके लिए व्यापक उपाय किए गए थे और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में लोगो को और संपत्ति को बचाया गया।
डाउन टू अर्थ संवाददाता जयंत बसु के अनुसार पश्चिम बंगाल की सीएम ने बताया कि यास तूफान के चक्रवात और ज्वार के प्रभाव के चलते बहुत नुकसान हुआ है। गोसाबा और दक्षिण 24 परगना में कई गांव जलमग्न हो गए है, पूर्वी मेदिनीपुर, शंकरपुर, दीघा, मंदारमणि, ताजपुर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। सीएम ने बताया कि लगभग 20,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पूर्वी मेदिनीपुर के खेजुरी के साहिबनगर गांव में लगभग सभी घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आपदा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा हम उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
भारी वर्षा की चेतावनी
चक्रवात 'यास' के चलते आज आंतरिक ओडिशा, बिहार और झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर भयंकर बारिश होने की आशंका है। बिहार और झारखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है वहीं पूर्वांचल में ऑरेंज अलर्ट जारी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, उत्तर आंतरिक ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है।
दक्षिण झारखंड में 40-50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तेज हवा के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का आसार हैं और बाद में हवा के धीरे-धीरे 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने का अनुमान है।
खतरनाक हवाएं चलने तथा मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन और मालदीव क्षेत्र और केरल तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे तक की गति से तेज हवाएं चलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से बचें।