आपदा

शुक्रवार रात बांग्लादेश तट को पार कर गया मिधिली तूफान, भारत के इन हिस्सों में अभी भी असर

Dayanidhi

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बांग्लादेश के करीब उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती तूफान "मिधिली" अब उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है।

यह 17 नवंबर को भारतीय समयानुसार 14:30 से 15:30 बजे के दौरान खेपुपारा के पास बांग्लादेश तट को पार कर गया था।

यह 17 नवंबर को भारतीय समयानुसार 23:30 बजे त्रिपुरा और निकटवर्ती बांग्लादेश के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया और 18 नवंबर को भारतीय समयानुसार 05:30 बजे त्रिपुरा और बांग्लादेश के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल कर कमजोर पड़ गया है।

यह अगरतला से लगभग 50 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और सिलचर से 160 किमी दक्षिण पश्चिम में बांग्लादेश और मिजोरम से सटा हुआ है। इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान दक्षिण असम और इससे सटे मिजोरम-त्रिपुरा पर एक अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर कमजोर पड़ने की संभावना है।

मौसम विभाग के मुताबिक, वहीं, एक और ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे श्रीलंका पर लगातार बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों में त्रिपुरा और उससे सटे बांग्लादेश और मिजोरम पर बने डिप्रेशन से जुड़े चक्रवाती प्रसार तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।

वहीं, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिणी अंडमान सागर के निचले और मध्य स्तरों में जारी है।

चक्रवाती तूफान "मिधिली" के असर के कारण, आज यानी 18 नवंबर को नागालैंड, मणिपुर, पूर्वी असम और पूर्वी अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है

वहीं आज यानी, 18 नवंबर को 'मिधिली' तूफान के चलते त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और दक्षिण असम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

चक्रवाती तूफान को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज पूर्वोत्तर और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के आसपास 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं में और इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं, उत्तर और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ उत्तरी ओडिशा की तटों के ऊपर 40 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने कहा है कि, 18 नवंबर की दोपहर तक उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश तट के आसपास समुद्र की स्थिति के बहुत खराब बनी रहने की आशंका है, हालांकि उसके बाद इसमें सुधार होने की संभावना है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

वहीं मौसम विभाग ने बताया है कि, वह तूफानी गतिविधि की लगातार निगरानी कर रहा है और इससे संबंधित अपडेट समय-समय पर जारी किया जाएगा।