2024 का पहला चक्रवात, 'अल्वारो' मेडागास्कर से टकराया है। एक जनवरी 2024 को यह चक्रवात मेडागास्कर में मोरोम्बे के पास आघात किया था। इस तरह यह 2023-2024 के सीजन के दौरान मेडागास्कर से टकराने वाला पहला चक्रवात बन गया है। बता दें कि यह सीजन दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर में अक्टूबर के अंत से मई तक सक्रिय रहता है।
गौरतलब है कि अल्वारो ने 16 हजार से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है। इतना ही नहीं अब तक यह विनाशकारी तूफान पांच लोगों की जिंदगियां लील चुका है। वहीं 8,400 लोगों को इसकी वजह से विस्थापन का दंश झेलना पड़ा है। हालांकि के स्थानीय मीडिया ने सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है कि मरने वालों का आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है।
जनवरी से फरवरी 2023 के बीच दुनिया के इस चौथे सबसे बड़े द्वीप मेडागास्कर को विनाशकारी तूफानों का सामना करना पड़ा था। नेशनल ब्यूरो ऑफ रिस्क एंड डिजास्टर मैनेजमेंट (बीएनजीआरसी) के मुताबिक 19 जनवरी, 2023 को उष्णकटिबंधीय चक्रवात 'चेनसो' देश के उत्तरपूर्वी तट से टकराया था। इसकी वजह से 33 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था, जबकि कुल मिलकर 90,870 लोग इस आपदा से प्रभावित हुए थे।
आंकड़ों के अनुसार उष्णकटिबंधीय चक्रवात 'अल्वारो' ने मेडागास्कर में आए एक अन्य प्रमुख चक्रवात 'फ्रेडी' से करीब आधे लोगों को प्रभावित किया है। 'फ्रेडी' 21 फरवरी, 2023 को मेडागास्कर के दक्षिणपूर्वी तट से टकराया था। इसकी वजह से 17 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कम से कम 19 हजार लोगों को अपने घरोंदों से विस्थापित होना पड़ा था।
अल्वारो ने मेडागास्कर में एट्सिमो-आंद्रेफाना, हाउते मत्सियात्रा और मेनाबे को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक मोरोम्बे प्रांत जैसे क्षेत्रों में जब बारिश होती है तो तूफानी पानी को निकलना और समुद्र की ओर ले जाना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। बता दें कि मोरोम्बे प्रांत वह क्षेत्र है जहां चक्रवात अल्वारो टकराया था। न्यूज रिपोर्टों में विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया है कि रुके पानी को निकालने के लिए मोटर चलित पंपों की आवश्यकता है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक प्रारंभिक चेतावनी और तैयारियों से इस आपदा को टाला जा सकता था।
देखा जाए तो उष्णकटिबंधीय तूफान अल्वारो का प्रभाव एक बार फिर इस बात को उजागर करता है कि मेडागास्कर जलवायु संबंधी आपदाओं के प्रति कितना संवेदनशील है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने तीन जनवरी, 2024 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बारे में ट्वीट करते हुए सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी के बढ़ते महत्व को रेखांकित किया है।
जो इस बात को भी उजागर करता है कि मेडागास्कर सहित दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र में मौजूदा प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियां जानमाल को होते नुकसान और आर्थिक कठिनाइयों को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।
जुलाई 2023 में दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का सामना करने और उससे निपटने की तैयारी के लिए रेप्रेसा नामक एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना लॉन्च की गई थी। इस परियोजना में दक्षिणी अफ्रीका, यूके और अन्य यूरोपीय देशों के भागीदार शामिल हैं। इसका उद्देश्य उष्णकटिबंधीय चक्रवातों से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों मेडागास्कर और दक्षिणी अफ्रीका में सामुदायिक तैयारियों को बढ़ाना है।
यह परियोजना यूके के ब्रिस्टल विश्वविद्यालय, मोजाम्बिक में एडुआर्डो मोंडलेन विश्वविद्यालय (यूईएम), और दक्षिण अफ्रीका में विटवाटरसैंड विश्वविद्यालय के ग्लोबल चेंज इंस्टीट्यूट द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जा रही है। इसका कार्यकाल जून 2023 से नवंबर 2026 तक रहेगा। इसके तहत यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के विशेषज्ञ बाढ़ पूर्वानुमान और प्रारंभिक चेतावनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए मेडागास्कर में कमजोर समुदायों के साथ मिलकर काम करेंगे।