आपदा

चक्रवाती तूफान 'आसनी' के चलते ओडिशा के कई जिलों में अलर्ट जारी

Dayanidhi

मौसम विभाग के मुताबिक 6 मई को दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक कम दबाव का क्षेत्र तेज होकर अब एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। 10 मई को इसके आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों तक पहुंचने के आसार हैं, जिससे पूर्वी तट के राज्यों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है

यहां बताते चलें कि यदि प्रणाली चक्रवात में बदल जाती है, तो इसे आसनी कहा जाएगा, जो श्रीलंका द्वारा दिया गया नाम है। सिंहली में, आसनी का अर्थ क्रोध होता है।

यह लगातार तीन वर्षों में मई में आने वाला खाड़ी पर तीसरा चक्रवात होगा। मई 2020 में अम्फान और मई 2021 में यास चक्रवात आया था। मौसम विभाग ने कहा कि मई में समुद्र की सतह के गर्म होने का आदर्श समय होता है।
मौसम विभाग ने बताया है कि कम दबाव का क्षेत्र शनिवार और रविवार शाम तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है

कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 7 मई की शाम तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन या अवसाद में बदलने की आशंका है। 8 मई की शाम तक बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई गई है।

आईएमडी ने शुक्रवार को अपने बुलेटिन में बताया था कि इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से पश्चिम-मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने के बहुत अधिक आसार हैं।

अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

8 मई तक उत्तर अंडमान सागर और आसपास के दक्षिण पूर्व में और बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी में हवाओं के 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 75 किमी प्रति घंटे हो सकती है।

ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी, खोरधा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, नयागढ़, कटक, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ और कंधमाल आदि जिलों के प्रभावित होने के आसार हैं।

तूफान के असर से कोलकाता सहित बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में 10 से 13 मई के बीच भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के कहा कि 10 मई से कोलकाता में आंधी चलने के आसार हैं।
भुवनेश्वर के मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को जानकारी दी कि चक्रवाती तूफान के 10 मई को ओडिशा तट से टकराने की आशंका है। 8 मई की शाम तक चक्रवाती तूफान में और तेजी आएगी।