भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सौराष्ट्र के ऊपर अति भीषण चक्रवाती तूफान "तौकते" जिसे "ताउते" भी कहा जा रहा है, पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 11 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर, उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है और आज यानी 18 मई, 2021 को सुबह 05:30 बजे के दौरान यह सौराष्ट्र के ऊपर केंद्रित था। तूफान उत्तर-पूर्वोत्तर दीव से लगभग 95 किमी, अमरेली से 10 किमी दक्षिण में है।
इसके उत्तर, उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और अगले 03 घंटों के दौरान धीरे-धीरे इस गंभीर चक्रवाती तूफान तौकते" या "ताउते" के कमजोर होने की संभावना है।
इसके प्रभाव के चलते 18 मई को गुजरात में कुछ स्थानों पर भयंकर बारिश होने और सौराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। 18 मई यानी आज कच्छ में मूसलाधार वर्षा होने के आसार हैं। आज ही, यानी 18 मई को उत्तरी कोंकण में भयंकर बारिश होने का अनुमान है।
तूफानी हवाएं चलने के साथ भयंकर समुद्री लहरें उठने की चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 18 मई की दोपहर तक पूर्व-मध्य अरब सागर, पूर्वोत्तर अरब सागर और गुजरात, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली तटों और महाराष्ट्र-गोवा तटों के इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाएं।
खगोलीय ज्वार की लहर: आनंद, अमरेली, गिर सोमनाथ, दीव, भावनगर में लगभग 3-4 मीटर, भरूच में 2-3 मीटर, अहमदाबाद के दक्षिणी भाग, सूरत, नवसारी, वलसाड में 0.5 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। लैंडफॉल के समय गुजरात के शेष तटीय जिलों में 1 मीटर से अधिक की लहर आने की आशंका है तथा गुजरात के तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने का अनुमान है।
उपरोक्त प्रणाली के चलते 19-20 मई 2021 के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में भयंकर बारिश होने तथा कुछ जगहों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है।
18 तारीख की सुबह तक दादरा और नगर हवेली, दमन, वलसाड, नवसारी, सूरत, सुरेंद्रनगर जिलों में 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने हवाओं के 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है।
18 तारीख की सुबह तक पूर्व-मध्य और आसपास के उत्तर-पूर्व अरब सागर में समुद्र की स्थिति असाधारण होगी और उसके बाद धीरे-धीरे सुधार होगा। 18 मई की सुबह तक दक्षिण गुजरात, दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली के तटों पर ऊंची-ऊंची लहरें उठने के बाद धीरे-धीरे सुधार होगा। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाएं।