स्वास्थ्य

विश्व हृदय दिवस 2022: क्या जल्दी वजन घटाने से पड़ सकता है दिल का दौरा?

हृदय रोग से हर साल लगभग 170 लाख लोग मर जाते हैं, इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हृदय रोग या स्ट्रोक होता है।

Dayanidhi

हर साल दुनिया में 170 लाख से अधिक लोग हृदय रोग से मर जाते हैं। इससे मुकाबला करने के लिए वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने वर्ल्ड हार्ट डे या विश्व हृदय दिवस घोषित किया। यह हर साल 29 सितंबर को आयोजित होने वाला एक कार्यक्रम है।

यह दिन दुनिया भर में हृदय रोग (सीवीडी) के बारे में जागरूकता बढ़ाने का है, आप इससे पीड़ित अपने आसपास के लोगों की मदद किस तरह कर सकते हैं? इसलिए 29 सितंबर को अपने नजदीकी विश्व हृदय दिवस कार्यक्रम में शामिल होकर इससे मुकाबला करने की तैयारी करें।

वजन कम करने और एक आदर्श वजन हासिल करने से उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल से लेकर हृदय रोगों तक कई पुरानी खराब स्वास्थ्य की परिस्थितियों को बदलने में मदद मिल सकती है। लेकिन तेजी से वजन कम होना इसके विपरीत कर सकता है और हृदय की कार्यक्षमता को खराब कर सकता है, इसे सुधारने की तो बात ही छोड़िए।

हृदय के लिए वजन घटाने को स्वस्थ, टिकाऊ और स्थिर तरीके से किया जाना चाहिए ताकि इसका अधिकतम फायदा मिल सके, विशेषज्ञों के अनुसार, तेजी से वजन घटाने के गलत तरीके हमारे हृदय के खिलाफ काम कर सकते हैं।

विश्व हृदय दिवस का इतिहास

विश्व हृदय दिवस प्रतिवर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य हृदय रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके वैश्विक प्रभाव को कम करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन द्वारा इस अंतर्राष्ट्रीय दिन की स्थापना की गई थी।

1997 से 1999 तक वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अध्यक्ष एंटोनी बेयस डी लूना ने इस विचार की कल्पना की थी। वार्षिक आयोजन का पहला उत्सव 24 सितंबर, 2000 को हुआ था और 2011 तक, विश्व हृदय दिवस सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था।

हृदय रोग (सीवीडी) विश्व स्तर पर मृत्यु का सबसे आम कारण है। लगभग 170 लाख लोग हर साल हृदय रोग से मर जाते हैं। इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हृदय रोग या स्ट्रोक होता है। हृदय रोग के बारे में एक आम गलत धारणा यह है कि यह विकसित देशों में अधिक लोगों को प्रभावित करता है जो तकनीक पर अधिक निर्भर हैं और गतिहीन जीवन शैली जीते हैं। लेकिन 80 प्रतिशत से अधिक मौतें मध्यम आय और निम्न आय वाले देशों में होती हैं।

हृदय रोग के मुख्य कारण संशोधित कारक हैं, जिनमें व्यायाम की कमी, धूम्रपान और खराब आहार शामिल हैं। हृदय रोगों से देशों की आर्थिक व्यवस्था भी प्रमुख रूप से प्रभावित होती है, उपचार की लागत अधिक होती है और समय पर बीमारियों का इलाज करने में विफलता के परिणामस्वरूप उत्पादकता का नुकसान होता है और काम से लंबी अनुपस्थिति होती है।

हर साल इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में 90 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं। नतीजतन, विश्व हृदय दिवस (सीवीडी) के बारे में जानकारी को फैलाने के लिए एक प्रभावी साधन साबित हुआ है। सरकारों और संगठनों की भागीदारी का उच्च स्तर विकासशील देशों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, जो इन बीमारियों से बहुत अधिक प्रभावित हैं।