स्वास्थ्य

एएमआर जागरूकता सप्ताह 2023 : हर साल 50 लाख लोगों की मौत की वजह बनता है जीवाणु संक्रमण

डब्ल्यूएचओ ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) को मानवता के सामने आने वाले शीर्ष 10 वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक माना है।

Dayanidhi

इस वर्ष, 18-24 नवंबर तक होने वाला विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह, रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) को रोकने के लिए जरूरी और तुरंत किए जाने वाले कार्यों पर आधारित है।

एएमआर तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी उनके इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं का असर नहीं होता हैं। जब एंटीबायोटिक, जो जीवाणु संक्रमण के इलाज के लिए उपयोग किए जाते हैं और अन्य रोगाणुरोधी एजेंट अप्रभावी हो जाते हैं, तो संक्रमण का इलाज करना मुश्किल या असंभव हो जाता है, जिससे बीमारी फैलने, गंभीर बीमारी और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हर साल एएमआर से होने वाले जीवाणु संक्रमण से लगभग 50 लाख लोगों की मौत हो जाती है। इसके साथ ही नए रोगाणुरोधकों में शोध और विकास निवेश की खराब स्थिति के कारण, डब्ल्यूएचओ ने एएमआर को मानवता के सामने आने वाले शीर्ष 10 वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक माना है।

एएमआर का मुख्य कारण, जो मनुष्यों, जानवरों, पौधों और पर्यावरण के लिए खतरा है, लोगों के स्वास्थ्य और खाद्य उत्पादन दोनों में रोगाणुरोधकों का दुरुपयोग और अत्यधिक प्रयोग है। जरूरी तत्काल कार्रवाई, मार्गदर्शन करने के लिए, कई देशों ने कई क्षेत्रों में एएमआर राष्ट्रीय कार्य योजनाएं (एनएपी) विकसित की हैं।

देशों के एनएपी के कार्यान्वयन की निगरानी करने वाले वार्षिक ट्रैकिंग एएमआर कंट्री सेल्फ-असेसमेंट सर्वे के हाल ही में जारी आंकड़ों से पता चलता है कि, 93 फीसदी देशों ने एएमआर एनएपी की स्थापना की है और 68 फीसदी अपनी योजनाओं के कुछ हिस्सों को लागू कर रहे हैं। केवल 27 फीसदी देशों में निगरानी और मूल्यांकन ढांचे सहित एक लागत और बजटीय एनएपी है। केवल 11 फीसदी देशों ने अपने राष्ट्रीय बजट में एएमआर एनएपी के लिए वित्तीय प्रावधान किए हैं।

देशों में एएमआर प्रशासन और नेतृत्व को मजबूत करने और देशों को अपने एनएपी को विकसित करने, प्राथमिकता देने, लागू करने और निगरानी करने के लिए अतिरिक्त वित्तीय और तकनीकी सहायता की तत्काल जरूरत है।

दुनिया भर में लोगों में रोगाणुरोधी उपयोग में सुधार के लिए,  डब्ल्यूएचओ ने एक्सेस, वॉच, रिजर्व (एडब्ल्यूएआरई) एंटीबायोटिक पुस्तक विकसित की है। प्रकाशन में 30 से अधिक सामान्य संक्रमणों के लिए सबसे अच्छे उपचार पर साक्ष्य-आधारित मार्गदर्शन शामिल है, जिसमें एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता न पड़ना भी शामिल है।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, वह देशों के साथ तब तक इस बात पर काम करना जारी रखेगा, जब तक कि, राष्ट्रीय जरूरतों के लिए पुस्तक को सबसे अच्छे तरीके अनुकूलित न किए जाए। डब्ल्यूएचओ की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि, डब्ल्यूएएडब्ल्यू के दौरान  फ्रेंच और स्पैनिश में संस्करण प्रकाशित किए जाएंगे।

विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह रोकथाम रोगाणुरोधी प्रतिरोध को एक साथ रोकने की थीम पर आधारित है। जो विभिन्न क्षेत्रों में नेताओं और समुदायों द्वारा आपस में मिलकर किए जाने वाले कार्यों को बढ़ावा देता है। साथ ही रोगाणुरोधी को संरक्षित करने और लोगों, जानवरों, पौधों और पर्यावरण के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।

यह महत्वपूर्ण विषय सितंबर 2024 में एएमआर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च-स्तरीय बैठक में मुख्य केंद्र होगा, जिसमें देशों से एएमआर से निपटने के लिए साहसिक प्रतिबद्धताएं बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहमत लक्ष्यों और देशों में त्वरित कार्रवाई की दिशा में काम करने का आग्रह किया जाएगा।