कोरोनावायरस (कोविद-19), जिससे आज दुनिया का बड़े से बड़ा देश घबरा रहा है। चाहे अमेरिका हो या चीन, या फिर यूरोप का कोई देश, इसका खतरा हर किसी पर मंडरा रहा है। तो सवाल यह उठता है कि आखिर क्या है यह कोरोनावायरस? कितना बड़ा है इसका खतरा? इसके लक्षण क्या हैं? क्या यह भारत में भी फैल चुका है? कैसे बच सकते हैं इससे? आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जो आज देश में हर किसी के मन में उठ रहे हैं
क्या है कोरोना वायरस (कोविद-19)?
यह वायरस (कोविद-19), कोरोनोवायरस परिवार का ही एक सदस्य है। जिसे आमतौर पर कोरोनोवायरस के नाम से जाना जाता है। जो इससे पहले कभी सामने नहीं आया। अन्य कोरोनोवायरस की तरह यह वायरस भी जानवरों से आया है। जिसके फैलने की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। यह वायरस सबसे पहले वहां की सीफूड मार्केट में काम करने वाले लोगों और वहां अक्सर खरीदारी करने वालों में पाया गया था।
इसके लक्षण क्या हैं?
इसके सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ मुख्य हैं। साथ ही इसके कारण निमोनिया भी हो सकता है। जबकि गंभीर मामलों में शरीर के अंग भी विफल हो सकते हैं। चूंकि यह एक प्रकार का वायरल निमोनिया है, इसलिए इसपर एंटीबायोटिक्स भी काम नहीं करते हैं। इस बीमारी से लड़ने में हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) की एक अहम भूमिका होती है। इसलिए इसके ज्यादातर शिकार वो लोग होते हैं, जिनका स्वास्थ्य पहले से ही खराब होता है।
क्या एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है यह वायरस?
जी हां, चूंकि कोविद-19 एक वायरल बीमारी है, इसलिए यह इंसान से इंसान में फैल सकती है। चीन सहित कुछ अन्य देशों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है की यह वायरस एक व्यक्ति से कई अन्य व्यक्तियों में फैल चुका है। इसलिए इसके व्यक्ति से व्यक्ति में फैलने की बात सही है।
कितना बड़ा है इसका खतरा और क्या यह भारत में भी फैल चुका है?
विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार 4 मार्च 2020 तक कोरोनावायरस भारत सहित 81 देशों में फैल चुका है। इसके चलते 3,204 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अब तक इसके 93,574 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि 51,066 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 39,304 लोग अभी भी इस बीमारी से ग्रस्त है। जिनका दुनिया के अलग-अलग देशों में इलाज चल रहा है। यदि इससे मामलों और मरने वालों का अनुपात देखें तो वह करीब 6 फीसदी है। भारत के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन के अनुसार देश में अब तक कोरोनावायरस के 28 मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें से 16 इटली के निवासी हैं जो यहां घूमने आये थे।
क्यों है यह सामान्य इन्फ्लूएंजा से ज्यादा खतरनाक?
यह वायरस कितना खतरनाक है इसके बारे में हम अब तक सही-सही नहीं जानते हैं। हमें इस जानकारी के लिए और अधिक डेटा के आने का इंतजार करना होगा। यदि इससे होने वाली मृत्युदर की बात करें तो हुबेई प्रांत में वो करीब 2 फीसदी के बराबर है। वहीं मौसमी फ्लू से आमतौर पर मृत्युदर 1 फीसदी से कम होती है। जिससे हर साल करीब 4 लाख लोगों की मौत हो जाती है। जबकि सार्स वायरस की मृत्युदर करीब 10 फीसदी है। यह किस रफ्तार से फैलता है। इसके बारे में अभी भी जानकारी जुटाई जा रही है। पर सिर्फ कुछ महीनों में यह जिस तेजी से दुनिया भर में फैल गया है, वो निश्चय ही चिंता का विषय है। एक और बात जो इस वायरस को और खतरनाक बनाती है वो है इसका अब तक इलाज का न ढूंढा जा सकना। अब तक दुनिया में इससे लड़ने के लिए टीका मौजूद नहीं है। यही वजह है कि यह बच्चों और बुजुर्गों को आसानी से अपना शिकार बना रहा है। इसलिए इससे बचाव ही अब तक इससे बचने का सबसे सुरक्षित उपाय है।
क्या यह महामारी का रूप ले चुका है? और क्या इससे घबराने की जरुरत है?
जी नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब तक इसे महामारी घोषित नहीं किया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार एक बीमारी जो पूरे विश्व में फैल जाती है, तभी उसे महामारी के अंतर्गत रखा जाता है। पर जिस तरह से यह बीमारी चीन के बाहर भी अपने पैर पसार रही है, वो निश्चित ही चिंता का विषय है। यही वजह है कि डब्ल्यूएचओ ने इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। चूंकि यह बीमारी कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को आसानी से अपना शिकार बनाती है इसलिए इससे घबराने की जगह इससे बचाव किया जाना बेहतर विकल्प है। इस बीमारी से बचा जा सकता है। दुनिया भर में करीब 51,000 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। जो इस बात का स्पष्ट सबूत है कि इससे निपटा जा सकता है।
कैसे होती है इस वायरस की जांच?
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक कोरोनावायरस को लेकर सरकार ने कई सुविधाएं शुरू की हैं। जिसके अंतर्गत दिल्ली के कुछ अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। अगर किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसकी जांच के लिए यह प्रक्रिया अपनायी जाती है:
❖ सबसे पहले संक्रमित व्यक्ति की पहचान की जाती है।
❖ पहचान के बाद सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा जाता है।
❖अगर सैंपल नेगेटिव हुआ तो - डॉक्टर की सलाह के बाद मरीज को तुरंत छोड़ा जा सकता है। अन्यथा उसे 14 दिन की मॉनिटिरिंग में भी रखा जा सकता है। साथ ही चेस्ट रेडियोग्राफ के क्लियर होने और स्पेसिमेंस के नेगेटिव होने के 24 घंटे बाद ही मरीज को छोड़ा जा सकता है।
❖ अगर सैंपल पॉजिटिव हुआ तो – कोरोना को लेकर जो प्रोटोकॉल जारी किया गया है, उसका पालन होगा। और उसके आधार पर रोगी की देखभाल की जाएगी
इस वायरस से अपने आप को कैसे बचा सकते हैं?
कोरोनावायरस आमतौर पर श्वसन संबंधी बीमारी है। जोकि एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलती है। इसलिए डब्ल्यूएचओ ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुद को और अपने आसपास के लोगों को इस बीमारी से कैसे बचा सकते हैं।
❖ अपने हाथों को पानी और साबुन से अच्छी तरह साफ रखें ।
❖ खांसते और छींकते समय हुए मुंह और नाक को कपडे या टिशू से ढंक लें। इस्तेमाल के बाद टिशू को तुरंत फेंक दें और हाथ को अच्छी तरह से धो लें।
❖ बुखार और खांसी से ग्रस्त व्यक्ति के निकट जाने से बचें;
❖ यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो जितना जल्दी हो चिकित्सक की मदद लें और उनसे अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी रिकॉर्ड को साझा करें;
❖ बाजारों और भीड़ भरे स्थानों पर जहां कोरोनावायरस का खतरा है, वहां मास्क लगा कर रखें। साथ ही जानवरों के संपर्क में आने से बचें; और जानवरों के सम्पर्क में आने वाली जगह पर जाने से बचें।
❖ कच्चे या अधपके पशु उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही जानवरों से प्राप्त होने वाले भोजन और उत्पादों का रख्रखाव उचित ढंग से करें। साथ ही खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता का ध्यान रखें
इसके लक्षण दिखने पर किन बातों का रखें ख्याल?
❖ अगर खांसी या बुखार है तो दूसरों के संपर्क में आने से बचें।
❖ सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें।
❖ जीवित पशुओं से संपर्क में आने और कच्चे-अधपके मांस के सेवन से बचें।
❖ खेतों की यात्रा, जीवित पशुओं के बाजार या फिर जानवर का वध किए जाने वाले स्थान पर ना जाएं।
कोरोनावायरस के लक्षण दिखने पर कहां संपर्क कर सकते हैं आप?
भारत सरकार ने इससे निपटने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। आप स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर इससे सम्बंधित अपडेट प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में किसी भी तरह की अफवाह से बचें। और अधिक जानकारी के लिए आप सरकारी वेबसाइट और उनके द्वारा जारी की गयी हेल्पलाइन पर फोन कर सकते हैं।
❖ हेल्पलाइन नंबर - +91-11-23978046
❖ ई-मेल आईडी- ncov2019[at]gmail[dot]com
आप इससे सम्बंधित और जानकारी डाउन ट् अर्थ वेबसाइट के #कोरोनावायरस पेज से भी प्राप्त कर सकते हैं।