नियमित शारीरिक गतिविधि हमारे दिल, दिमाग और शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदे पहुंचाती है। फोटो साभार: आईस्टॉक
स्वास्थ्य

अंतरराष्ट्रीय स्व-देखभाल दिवस: देखभाल को लेकर क्या कहती है डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन?

क्या आप जानते हैं कि शारीरिक गतिविधि अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद करती है? यह सोचने, सीखने और निर्णय लेने में भी मदद करती है।

Dayanidhi

हर साल 24 जुलाई को तरराष्ट्रीय स्व-देखरेख दिवस मनाया जाता है। स्व-देखभाल का मतलब होता है अपने ऊपर ध्यान देना, यह दिन अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध होने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। अपने स्वास्थ्य और खुशी को प्राथमिकता देने के लिए समय निकालना आपके पूरे जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।

मनुष्य अक्सर बाहर के कामकाज और दूसरों की देखरेख के बारे में इतना सोच लेता है कि खुद के बारे में सोचना भूल जाता है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्व-देखरेख दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है।

इस साल का स्व-देखभाल महीना विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए स्व-देखभाल हस्तक्षेपों पर पहली वैश्विक गाइडलाइन जारी करने की पांचवीं वर्षगांठ है। इस गाइडलाइन का जारी होना डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन में एक बड़ा बदलाव था, जिसने लोगों के प्राथमिक देखभाल और स्वास्थ्य प्रणालियों को जोड़ने का मार्ग प्रशस्त किया।

स्व-देखभाल दिवस एक अवसर है, जहां हम अपनी देखभाल के साथ-साथ दूसरों में देखभाल संबंधी जागरूकता बढ़ा सकते हैं। लोगों के जीवन में उनके द्वारा लाए जाने वाले फयदों और अब तक जो हासिल किया गया उसे स्वीकार करना।

स्व-देखभाल के हस्तक्षेपों को शामिल करने के लिए सभी स्वास्थ्य प्रणालियों का विस्तार करने के लिए नए सिरे से प्रतिबद्धता और कार्रवाई का आह्वान करना। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस दिन दुनिया भर के लोग स्व-देखभाल प्रथाओं और हस्तक्षेपों का जश्न मनाएंगे ताकी सभी के जीवन में बदलाव लाया जा सके।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1950 के दशक में स्व-देखभाल का विचार सामने आया। नागरिक अधिकार आंदोलन से लेकर चिकित्सा समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य की प्रगति और शीत युद्ध के अंत तक, स्व-देखभाल का विचार लोकप्रिय हुआ।

क्या आप जानते हैं कि स्व-देखभाल के दो भाग हैं? पहला स्व-देखभाल क्रियाएं और दूसरा है स्व-देखभाल हस्तक्षेप।

स्व-देखभाल के कार्य

स्व-देखभाल के काम आदतें, अभ्यास और जीवनशैली विकल्प हैं ऐसी चीजें जो हम खुद की देखभाल करने और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने के लिए कर सकते हैं, लेकिन ये यहीं तक सीमित नहीं हैं:

नियमित शारीरिक गतिविधि करना : नियमित शारीरिक गतिविधि हमारे दिल, दिमाग और शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदे पहुंचाती है। क्या आप जानते हैं कि शारीरिक गतिविधि अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद करती है? यह सोचने, सीखने और निर्णय लेने में भी मदद करती है।

स्वस्थ आहार खाना : साबुत अनाज, मेवे, ढेर सारे फल और सब्ज़ियां और दाल और बीन्स जैसी फलियों सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने चाहिए। मांस, मछली, अंडे और दूध जैसे पशु स्रोतों से प्राप्त खाद्य पदार्थों को न भूलें।

अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना : अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमारे पूरे स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए जरूरी है। ऐसी चीजें जो हमें अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मदद करती हैं, उनमें एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना, प्रकृति और बाहर समय बिताना, परिवार और दोस्तों से बात करना, रात को अच्छी नींद लेना, तनाव का प्रबंधन करना और 'भारी खतरों' वाली स्थितियों को सीमित करना, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात करना और जरूरत पड़ने पर मदद मांगना शामिल है। शराब और तम्बाकू छोड़ना या कम करना।

स्व-देखभाल हस्तक्षेप

स्व-देखभाल हस्तक्षेप साक्ष्य-आधारित उपकरण हैं जो स्व-देखभाल का समर्थन करते हैं। इनमें गुणवत्तापूर्ण दवाइयां, उपकरण, जांच और डिजिटल उपकरण शामिल हैं। यह एक ऐसा समय है जब अधिक से अधिक उपकरण विकसित किए जा रहे हैं।

स्व-देखभाल इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

हम सभी को अपने आपको स्वस्थ रखना जरूरी है। स्व-देखभाल हमें अपनी स्वास्थ्य सेवा में सक्रिय एजेंट बनने की शक्ति देती है। स्व-देखभाल स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव को कम करने में भी मदद करती है।