कोविड-19 महामारी के इस समय में स्वास्थ्य को बचाए रखना बेहद अहम है। ऐसे समय में सेंटर फॉर साइंस एवं एनवायरमेंट (सीएसई) एक ऐसा खुलासा करने जा रहा है, जो बेहद चौंकाने और परेशान करने वाला है।
दरअसल, कोरोना से लड़ने के लिए जिस चीज को आप रोज सुबह सेहत का खजाना समझकर और प्रतिरक्षा (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह वास्तविकता में आपके लिए बेहतर नहीं, बल्कि बेहद खराब है। यह आपको गंभीर संक्रमणों के लिए और भी ज्यादा जोखिम में डाल रही है।
सीएसई की यह तहकीकात कोला में कीटनाशक (पेस्टीसाइड) के खुलासे से भी बड़ी है। यह खुलासा उस अध्ययन से भी बड़ा है कि शहद में एंटीबायोटिक है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए और भी ज्यादा घातक है।
यह जरूरी तहकीकात इस बारे में है कि हम क्या और किस पर भरोसा करते हैं। यह हमारे सुपरपावर और पड़ोसी देश की कंपनियों के जरिए प्रोत्साहित मिलावट के कारोबार के धोखे और आपराधिक इरादे के बारे में भी है।
सीएसई अपनी यह रिपोर्ट 2 दिसंबर, 2020, दोपहर 12.30 बजे इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जारी करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए यहां रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है
इसके अलावा यूट्यूब, सीएसई के फेसबुक पेज, सीएसई के लिंक्डइन पेज और डाउन टू अर्थ के फेसबुक पेज पर कार्यक्रम को देख सकते हैं
कोविड-19 महामारी प्रतिबंधों के कारण कार्यालय में आयोजित ऑन-साइट प्रेस काॅन्फ्रेंस केवल बहुत सीमित पत्रकारों के लिए खुला होगा। ऑनसाइट प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन नमूनों को प्रदर्शित किया जाएगा जिनका परीक्षण किया गया है।
इस मौके पर पर सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण और विशेषज्ञ अमित खुराना सीएसई के इस खुलासे की पूरी जानकारी देंगे और विश्लेषण करेंगे।