स्वास्थ्य

कोविड-19 पॉजिटिविटी रेट, कौन कर रहा है गलत रिपोर्टिंग?

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि हिमाचल के लाहौल स्पीति जिले का कोविड-19 पॉजीटिविटी रेट सबसे अधिक है, लेकिन...

Rohit Prashar

जबसे कोविड-19 ने दस्तक दी है तब से आंकड़ों को लेकर कई सवाल खड़े हो चुके हैं। चाहे बात कोरोना के मामलों का हो या इसकी वजह से होने वाली मौतों की। कई बार आंकड़ों को लेकर सवाल उठ चुके हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर से केंद्र और राज्य के आंकड़ों को लेकर बड़ा सवाल खड़े हो गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से अपनी वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों  के अनुसार हिमाचल प्रदेश का लाहौल स्पीति जिला देश का सबसे अधिक पॉजिटिविटी रेट वाला जिला है। मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में 30 दिसंबर 2021 से 5 जनवरी 2022 तक की जिलावार पॉजिटिविटी रेट में लाहौल स्पीति सबसे ऊपर है। यहां की पॉजिटिविटी रेट 64.71 फीसदी बताई गई है। 

जबकि हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार 30 दिसंबर से 5 जनवरी की अवधि में लाहौल स्पीति में  पॉजिटिविटी रेट 2.2 फीसदी दिखाया गया है। ऐसे में केंद्र और राज्य की ओर से दिए गए डाटा में भारी भिन्नता के चलते कबाईली जिला के लोगों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

केंद्र और राज्य सरकार के आंकड़ों के बारे में जब डाउन टू अर्थ ने जब लाहौल स्पीति जिले के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मदन बंधु से बात की तो उन्होंने बताया कि जिला में 30 से 5 जनवरी तक कुल 453 लोगों के टैस्ट किए गए हैं और इनमें से केवल 10 लोग ही पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला में  पॉजिटिविटी रेट 2.2 फीसदी है और केंद्र की ओर से जो डाटा दर्शाया जा रहा है उस बारे में राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।

बता दें कि पिछले 9 दिनों में कबाईली जिले लाहौल स्पीति में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। जहां जिले में 30 दिसंबर को कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं था, वहीं अब इसकी संख्या 10 तक पहुंच चुकी है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भी इस अवधि में कोराना के मामलों में 4 गुणा बढ़ोतरी हुई है।

30 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश में कुल 430 एक्टिव केस थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 1,655 तक पहुंच गई है। इस समय हिमाचल में कोरोना के सबसे अधिक मामले कांगड़ा जिले में 608, सोलन में 209, शिमला में 204, हमीरपुर में 152, उना में 108, कुल्लू में 89, मंडी में 79, बिलासपुर में 74, सिरमौर में 77, चंबा में 37, किन्नौर में 08 और लाहौल स्पीति में 10 एक्टिव केस हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय की ओर से पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों की सूची में हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों को शामिल किया गया है। जिनमें लाहौल स्पीति के अलावा हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक आबादी वाला कांगड़ा और कुल्लू जिला भी शामिल है।

गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त माह में लाहौल स्पीति जिले में कोरोना के भारी मामले देखने को मिले थे। जिसके चलते यह जिला पॉजिटिविटी रेट में शीर्ष पर पहुंच गया था, और इसके लिए मुख्य कारण बाहरी जिलों के लोगों का घाटी में प्रवेश माना गया था। लेकिन इस बार ऐसी स्थिति नहीं है क्योंकि यह जिला अब पूरी तरह से बाहरी संपर्क से कट चुका है और जिले में भारी बर्फबारी के चलते यहां के ज्यादातर लोग कम ऊंचाई वाले दूसरे जिलों में सर्दियों में पलायन कर जाते हैं। ऐसे में आजकल जिले में बाहरी लोगों के कम आवागमन की वजह से कोरोना का प्रसार बढ़ने की कम संभावनाएं बनती हैं।