स्वास्थ्य

2022 में भी जारी रहेगी महामारी, दिसंबर से अप्रैल के बीच रोजाना 50 लाख से अधिक मामले सामने आएंगे : आईएचएमई

बिना किसी नए वेरिएंट के उभरे भी दुनियाभर में संक्रमण जारी रहने की आशंका है, आधी से अधिक आबादी रहेगी खतरे में

DTE Staff

कोरोनावायरस महामारी तीसरे साल यानी 2022 में भी जारी रहेगी और बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित करती रहेगी। यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन मेडिसिन के हेल्थ रिचर्स सेंटर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेल्युएशन (आईएचएमई) ने यह अनुमान लगाया है। आईएचएमई के निदेशक क्रिस्टोफर जेएल मरे ने अपने नवीनतम आकलन में कहा, “अगर हम साल 2022 को देखें तो बहुत सी बातें स्पष्ट करती हैं कि अगले वर्ष भी कोविड-19 का अच्छा खासा ट्रांसमिशन होगा।”

अनुमानों के अनुसार, विश्व की लगभग 35 प्रतिशत आबादी को 2021 के अंत तक टीका लगाया जाएगा। प्राकृतिक संक्रमण के साथ-साथ टीकों से प्राप्त प्रतिरक्षा दुनिया की आधी आबादी को अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट से कुछ हद तक सुरक्षा दे सकती है।

मरे आगे कहते हैं, “साल के अंत तक आधी से अधिक दुनिया डेल्टा वेरिएंट के खतरे में रहेगी। ऐसे में बिना किसी नए वेरिएंट के उभरे भी दुनियाभर में संक्रमण जारी रहने की आशंका है।

आईएचएमई के अनुमान के मुताबिक, “तीसरे साल करीब चार महीने संक्रमण की दर उच्च होगी। पूर्वानुमान बताते हैं कि वैश्विक स्तर पर 1 दिसंबर 2021 से संक्रमण की दर काफी अधिक होगी। इस पूरी अवधि में प्रतिदिन 50 लाख से अधिक लोग संक्रमित होंगे। इस दौरान दुनियाभर में 8,000-10,000 मृत्यु प्रतिदिन हो सकती है।

आईएचएमई के अनुमान बताते हैं कि टीकाकरण अभियानों और संक्रमण से मिली प्राकृतिक सुरक्षा के बावजूद कोविड-19 का फैलाव जारी रहेगा।

मरे की चिंता का एक और कारण है। उन्हें लगता है कि संक्रमण और टीके से प्रतिरक्षा प्राप्त करने के बाद दुनिया एक और चुनौती से जूझेगी। तब टीकाकरण का लक्ष्य नुकसान को कम करना या संक्रमण को रोकना होगा।

मरे कहते हैं, “हम दुनिया भर में देख रहे हैं कि उच्च और मध्यम आय वाले देश जहां टीकाकरण अभियान जोर शोर से चल रहा है, वहां यह बहस जोर पकड़ रही है कि इसका उद्देश्य संक्रमण रोकना हो या खतरे को कम करना। इसका मतलब यह है कि वहां बहस चल रही है कि टीकाकरण का मकसद अस्पतालों में गंभीर मामलों को पहुंचने से रोकना और मृत्यु कम करना है।”  

भारत ने पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 31,222 नए मामले दर्ज किए, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 33 मिलियन हो गई। महामारी की शुरुआत से ही देश में 0.44 मिलियन की मौत हो चुकी है।

भारत में साप्ताहिक सकारात्मकता दर 2.56 प्रतिशत थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 74 दिनों से यह 3 फीसदी से भी कम रही है। केरल कई दिनों से 20,000 से अधिक मामलों को दर्ज कर रहा है। राज्य ने पिछले 24 घंटों में 19,688 नए मामले दर्ज किए। यहां सकारात्मकता दर 16.71 प्रतिशत थी।