प्रतीकात्मक फोटो: विकास चौधरी 
स्वास्थ्य

बिहार में बर्ड फ्लू की पुष्टि, प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

पटना और भागलपुर में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने मुर्गियों और बत्तखों को मारने का आदेश दिया और इंसानों में फैलने से रोकने की कवायद शुरू हो गई है

Mohd Imran Khan

बिहार के पटना और भागलपुर जिलों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि होने के बाद प्रशासन सचेत हो गया है। अधिकारियों ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों पर मुर्गियों और बत्तखों को मारने का आदेश दिया है।

10 मार्च, 2025 को अधिकारियों ने कहा कि सरकारी अस्पतालों को सचेत रहने, सावधानी बरतने और बुखार, नाक बहने और सांस फूलने की शिकायत वाले मरीजों का रक्त परीक्षण करने के बाद इलाज करने का निर्देश दिया गया है।

27 फरवरी, 2025 को पटना में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के परिसर में मुर्गियां मृत पाई गईं। उनके नमूनों को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में परीक्षण के लिए भेजा गया।

पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह के अनुसार, परीक्षण के परिणामों से पुष्टि हुई कि पक्षी बर्ड फ्लू या एच5एन1 से मरे थे।

बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद 8 और 9 मार्च को आईसीएआर परिसर के पास स्थित दो पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों को मारा गया।

सिंह ने बताया कि बर्ड फ्लू की पुष्टि के मद्देनजर मृत पक्षियों के नमूने एकत्र करने वाले कर्मचारियों या अधिकारियों का मानव नमूना 10 मार्च को लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मानव नमूना लेना यह पुष्टि करने के लिए जरूरी है कि बर्ड फ्लू के कारण मनुष्यों में कोई संक्रमण है या नहीं। मुर्गियों के मलमूत्र की सफाई करने, उन्हें खिलाने और मुर्गी पालन करने वाले लोग जोखिम में हैं।

उन्होंने डाउन टू अर्थ को बताया कि उन्होंने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं और प्रभारी अधिकारियों से कहा है कि अगर उनके क्षेत्रों में पक्षियों की असामान्य मौत की कोई रिपोर्ट आती है तो वे तुरंत महामारी विज्ञानी प्रशांत कुमार सिंह को सूचित करें।

आईसीएआर के एक अधिकारी ने बताया, "हमने लोगों से पक्षियों की मौत के मामले में अपने नजदीकी अस्पताल को सूचित करने की भी अपील की है।"

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पोल्ट्री कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच एंटी-वायरल गोलियां वितरित कर रहे हैं, जो मृत पक्षियों के नमूने एकत्र करने और आसपास के क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य में लगे हैं।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। विभाग बर्ड फ्लू के संभावित प्रकोप को कम करने के लिए हर चीज पर कड़ी नजर रख रहा है। सभी जिला सिविल सर्जनों को आवश्यक उपाय करने और जागरूकता के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।

पटना स्थित प्राणि उद्यान संजय गांधी जैविक उद्यान अलर्ट पर है और पक्षियों तथा जानवरों की सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठाए गए हैं, जैसे पक्षियों के पिंजरों के पास कीटनाशकों का छिड़काव।

पटना के अलावा, पटना से करीब 50 किलोमीटर दूर जहानाबाद जिले में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, जहां पुलिस लाइन और सर्किट हाउस के पास एक दर्जन कौवे मृत पाए गए।

मुंगेर जिले में करीब एक दर्जन कौवों की मौत की खबर है, जिसके बाद पशुपालन विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच के लिए नमूने एकत्र किए। पड़ोसी राज्य झारखंड में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है और इसके प्रसार को रोकने के लिए वहां मुर्गियों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है।