स्वास्थ्य

2022 में कैंसर से 8 लाख से ज्यादा मौत, यूपी में 1 लाख के पार जा रहा है मृतकों का आंकड़ा

Bhagirath

भारत समेत दुनियाभर में कैंसर महामारी की तरह फैल रहा है। हाल ही में लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में बताया गया है कि भारत की राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, 2020 में कैंसर के मामले जो 13.92 लाख थे, वो 2022 में बढ़कर 14.61 लाख हो गए हैं। इसी तरह कैंसर से होने वाली मौतें भी 2020 में 7.70 लाख से बढ़कर 2022 में 8.08 हो चुकी हैं। 2020-2022 के तीन वर्षों में 23.67 लाख से अधिक मौतें देशभर में हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं जहां सालाना एक लाख से अधिक कैंसर से मामले सामने आ रहे हैं। इन्हीं चार राज्यों में कैंसर से होने वाली मृत्युदर भी सबसे अधिक है। उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक एक लाख से अधिक मौतें सालाना हो रही हैं। देश के 9 राज्य ऐसे हैं जहां हर साल 40 हजार से अधिक मौतों के लिए कैंसर जिम्मेदार है। आंकड़े बताते हैं कि भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कैंसर के मामले और उससे होने वाली मृत्यु में पिछले तीन साल के दौरान लगातार बढ़ोतरी हुई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनियाभर में करीब एक करोड़ मौतें हर साल कैंसर से होती हैं यानी हर छह में से एक मौत की वजह कैंसर है। स्तन और फेफड़ों के कैंसर से पीड़ितों का आंकड़ा सर्वाधिक 22-22 लाख से अधिक है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, हर साल 4 लाख बच्चे कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं। तंबाकू, मद्यपान, अस्वस्थ भोजन, शारीरिक निष्क्रियता और वायु प्रदूषण को कैंसर की सबसे बड़ी वजह बताया गया है। बीएमसी कैंसर जर्नल में मई 2022 को प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, दुनिया भर के 172 में से 91 देशों में 70 वर्ष की आयु से पहले मृत्यु के प्रमुख कारणों में कैंसर पहले या दूसरे स्थान पर है।