स्वास्थ्य

'हर कश में जहर': प्रत्येक सिगरेट पर स्वास्थ्य चेतावनी देने वाला पहला देश बना कनाडा

Lalit Maurya

कनाडा ने प्रत्येक सिगरेट पर 'हर कश में जहर' और 'सिगरेट कैंसर का कारण बनती है' जैसी कड़ी चेतावनियां देना अनिवार्य कर दिया है। गौरतलब है कि इसके बाद कनाडा दुनिया का पहला देश है, जिसने हर सिगरेट पर इस तरह की स्वास्थ्य चेतावनियों को देना अनिवार्य कर दिया है।

यह नियम एक अगस्त 2023 से कनाडा में लागू हो चुका है। इस पहले इस नियम को मई में जारी किया गया था। इस नए नियम के जरिए सरकार का लक्ष्य स्वास्थ्य चेतावनियों को नजरअंदाज करना लगभग असंभव बनाना है। साथ ही 2035 तक धूम्रपान करने वालों की संख्या में कमी लाना है।

मंगलवार को लागू होने वाला यह नियम, कनाडा में तंबाकू को लेकर जारी होने वाले उन नियमों के व्यापक सेट का हिस्सा है, जिन्हें अगले दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा।

एक बार नियमों के पूरी तरह प्रभावी हो जाने के बाद, निर्माताओं के पास जुलाई 2024 के अंत तक यह सुनिश्चित करने का समय है कि बेची जाने वाली सभी किंग-साइज सिगरेटों पर इस तरह चेतावनियां हों। इसके बाद अप्रैल 2025 के अंत तक नियमित और छोटे आकार की भी सभी सिगरेटों, टिपिंग पेपर और ट्यूब वाले छोटे सिगार पर इन चेतावनियों को लिखा जाना अनिवार्य कर दिया जाएगा।

इन नियमों की मदद से कनाडा अपने देशवासियों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करने की ओर एक और कदम बढ़ा रहा है। इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं को तम्बाकू के खतरों को लेकर जागरूक करना और इससे होने वाली मौतों पर अंकुश लगाना है। बता दें कि तम्बाकू का उपयोग कनाडा में हर साल 48,000 लोगों की जान ले रहा है।

इतना ही नहीं धूम्रपान, कैंसर और हृदय रोग जैसे गंभीर बीमारियों सहित 40 से अधिक रोगों से जुड़ा है। हालांकि किसी व्यक्ति द्वारा तम्बाकू का सेवन छोड़ने के बाद स्वास्थ्य पर पड़े इनमें से कई प्रभावों को पलटा या कम किया जा सकता है। तम्बाकू उत्पादों में निकोटीन होता है, जो एक अत्यधिक नशीला पदार्थ है। युवा व्यक्ति विशेष रूप से इसकी लत का आसानी से शिकार बन जाते हैं।

सालाना 610 करोड़ डॉलर का नुकसान पहुंचा रही है तम्बाकू

सरकार को भरोसा है कि एक तरह जहां यह नियम धूम्रपान करने वाले वयस्कों को धूम्रपान छोड़ने में मददगार होंगें। साथ ही युवाओं और गैर-तंबाकू उपयोगकर्ताओं को निकोटीन की लत से बचाने में कारगर साबित होंगें।

अलग-अलग तरह के सिगरेटों, छोटे सिगार, ट्यूब और अन्य तंबाकू उत्पादों के पर इस तरह के लेबल लगाने से स्वास्थ्य चेतावनियों से पूरी तरह बचना करीब-करीब असंभव हो जाएगा। यह नियम कनाडा की तंबाकू संबंधी रणनीति का हिस्सा हैं जिनके तहत 2035 तक तंबाकू उपयोग को पांच फीसदी पर सीमित करना है।

सरकार के अनुसार कनाडा में करीब 13 फीसदी लोग किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं। जो स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर करीब 1,230 करोड़ डॉलर का बोझ डाल रहा है। वहीं सीधे तौर पर इसकी वजह से सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को सालाना 610 करोड़ डॉलर से ज्यादा का नुकसान हो रहा है।

यदि धूम्रपान से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो 1965 में करीब आधे कनाडाई धूम्रपान करते थे। हालांकि इसके बाद कनाडा में धूम्रपान की दर में लगातार गिरावट आई है क्योंकि धूम्रपान के खतरों को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है।

वहीं जिस तरह से तम्बाकू की बिक्री, करों और उपयोग के साथ विज्ञापन से जुड़े नियम बनाए हैं उनके चलते भी सभी आयु वर्गों में धूम्रपान की दर में गिरावट आई है। कनाडा दुनिया का पहला देश है जिसने 2001 में सिगरेट निर्माताओं को सिगरेट पैकेजों पर तम्बाकू के खतरों को लेकर सचित्र चेतावनी लगाने के लिए कहा था।