एनविजन एनर्जी की दो ब्लेड पवनचक्की ने 500 दिन तक लगातार स्थिर संचालन किया 
ऊर्जा

तीन के बजाए अब दो-ब्लेड वाली पवनचक्की, 500 दिन का परीक्षण रहा सफल

परीक्षण में पाया गया कि यह औसतन 2,444 घंटे तक बिना किसी रुकावट के चलती रही और हर साल इसने करीब 3,048 घंटे तक पूरी ताकत से बिजली बनाई जो कि तीन ब्लेड वाली पवनचक्की के बराबर क्षमता को दर्शाती है

Vivek Mishra

पवन ऊर्जा के लिए तीन के बजाए दो ब्लेड टरबाइन से उतनी ही ऊर्जा हासिल करना संभव होगा। पवन ऊर्जा नवाचार के क्षेत्र में काम करने वाली चीन की कंपनी एनविजन एनर्जी ने अपनी अगली पीढ़ी की दो ब्लेड वाली ऑनशोर स्मार्ट टरबाइन के 500 दिनों के लगातार और ठीक से चलने की पुष्टि की है।

कंपनी ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा है, "यह टरबाइन हर समय में से 99.3 प्रतिशत समय ठीक से काम करती रही, औसतन 2,444 घंटे तक बिना किसी रुकावट के चलती रही और हर साल इसने करीब 3,048 घंटे तक पूरी ताकत से बिजली बनाई। जो यह दर्शाता है कि दो ब्लेड डिजाइन पारंपरिक तीन ब्लेड टरबाइनों के बराबर प्रदर्शन देने में सक्षम है।

यह दो ब्लेड टरबाइन एनविजन के मॉडल एक्स ऑनशोर प्लेटफॉर्म पर आधारित है। मॉडल एक्स एनविजन एनर्जी का एक ऑनशोर यानी जमीन पर लगने वाला पवन टरबाइन प्लेटफॉर्म है, जिसे खास तौर पर इस तरह डिजाइन किया गया है। इस प्लेटफॉर्म पर कंपनी अलग-अलग तरह की पवनचक्कियों के मॉडल बनाती है। मतलब, मॉडल एक्स एक आधारभूत ढांचा है, जिस पर नई तकनीकें जैसे कि यह दो-ब्लेड टरबाइन को तैयार किया गया है।

दो ब्लेड वाली पवनचक्की मॉड्यूलर डिजाइन और हाईस्पीड डबल फेड इंडक्शन जेनरेटर तकनीक का उपयोग करती है। इसका निर्माण उच्च प्रदर्शन, हल्के ढांचे और प्रणाली स्तर की दक्षता को ध्यान में रखकर किया गया है। यह प्रणाली लागत प्रभावशीलता, परिवहन में सुगमता और विविध हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए एक सशक्त समाधान उपलब्ध कराती है।

प्रेस रिलीज में एनविजन एनर्जी के लू यीमिन ने कहा, “दो-ब्लेड डिजाइन में लंबे समय से मौजूद अत्यधिक प्रणाली कंपन और भार असंतुलन जैसी तकनीकी चुनौतियों को दूर करके, हमने साबित कर दिया है कि दो-ब्लेड टरबाइन अब व्यावसायिक रूप से विश्वसनीय हो सकती है। यह एक बार फिर पवन ऊर्जा नवाचार को पुनर्परिभाषित करता है।”

एनविजन की दो ब्लेड तकनीक की यात्रा 2012 में डेनमार्क स्थित उसके ग्लोबल इनोवेशन सेंटर (जीआईसी) से शुरू हुई, जहां कंपनी ने “गेम चेंजर” नाम से 3.6 मेगावाट की ऑफशोर दो-ब्लेड टरबाइन विकसित की थी। 2013 में इसके प्रोटोटाइप की स्थापना के बाद से कंपनी ने दो-ब्लेड डिजाइनों के क्षेत्र में व्यापक उत्पाद विकास और संचालन संबंधी अनुभव अर्जित किया है, जिसने नई पीढ़ी की इस टरबाइन की नींव रखी।

इस तकनीक को सिद्धांत से व्यावसायिक अनुप्रयोग तक पहुंचाने के लिए एनविजन ने मल्टी-लेवल, फुल-प्रोसेस, ऑल-कंडीशन वैलिडेशन सिस्टम के तहत इस टरबाइन का महीनों तक कठोर परीक्षण किया है।

कंपनी ने अपनी स्मार्ट विंड पावर वेरिफिकेशन सेंटर में लगभग दो वर्षों तक फील्ड परीक्षण भी किया। इस तकनीकी सफलता के साथ एनविजन एनर्जी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दो ब्लेड टरबाइनों का भविष्य न केवल संभावनाओं से भरा है बल्कि यह उस दिशा में एक ठोस कदम है जहां ऊर्जा उत्पादन की लागत को घटाया जा सके और लचीलापन बढ़े व दूरदराज के क्षेत्रों तक पवन ऊर्जा को सुलभ बनाया जा सके।

यह नवाचार विशेष रूप से ऐसे इलाकों में अहम साबित हो सकता है जहां भारी टरबाइनों का परिवहन मुश्किल होता है या मॉड्यूलर समाधान की जरूरत होती है।