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महाराष्ट्र में लोहा खदानों का विरोध कर रहे आदिवासी नेता गिरफ्तार

स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशन की ओर जा रहे सुरक्षाकर्मियों का रास्ता रोका था

Himanshu Nitnaware, Lalit Maurya

महाराष्ट्र पुलिस ने 20 नवंबर, 2023 को 250 दिनों से चल रहे खनन विरोधी आंदोलन के आठ प्रमुख आदिवासी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि गढ़चिरौली जिले में सूरजगढ़ पहाड़ियों के पास 70 आदिवासी गांवों के 1,000 से अधिक स्थानीय निवासी मार्च 2023 लोहा खदानों का विरोध कर रहे हैं। पूरा मामला जिंदल और लॉयड स्टील जैसी नामी कंपनियों की छह प्रस्तावित लोहा खदानों से जुड़ा है।

इस बारे में दमकोंडावाही बचाओ आंदोलन के वकील और नेता लालसू नोगोटी का कहना है कि 20 नवंबर की सुबह, कई थानों से पुलिस बल तोडगट्टा में मुख्य विरोध स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होने प्रदीप खेदो और मंगेश नरोती जैसे प्रमुख कार्यकर्ताओं सहित विरोध कर रहे सभी नेताओं को एक तरफ कर दिया।

नोगोटी ने डाउन टू अर्थ को बताया पुलिस पुलिस वाहनों का रास्ता न रोका जा सके इसलिए विरोध करने वाले सभी नेताओं को हेलीकॉप्टर के जरिए ले जाया गया। गिरफ्तार किए गए अन्य नेताओं में महादु कावडो, साई कावडो, गिल्लू कावडो, लक्ष्मण जेटी, गणेश कोरिया, निकेश नरोटी और दुलसा कावाशी शामिल हैं।

नोगोटी ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों की झोपड़ियों की तलाशी ली और उन्हें नष्ट कर दिया। इतना ही नहीं दोपहर में उनपर लाठीचार्ज भी किया गया। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि इस दौरान वहां एक भी महिला पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं थी। उनके मुताबिक पुलिस दमकोंडावाही बचाओ आंदोलन पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है, जो 250 दिनों से ज्यादा समय से शांतिपूर्ण चल रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में ड्रोन कैमरों के जरिए गांव में चल रही गतिविधियों की वीडियो फुटेज भी रिकॉर्ड की थी।

उनका यह भी कहना है कि, “विरोध शुरू होने के बाद से, नेताओं की तरफ से न के बराबर समर्थन मिला है। वहीं कुछ को छोड़कर, कोई भी सरकारी अधिकारी ग्रामीणों की समस्याओं को समझने के लिए विरोध स्थल पर नहीं आया है।“ उन्होंने आगे बताया कि फिलहाल गांव को भारी पुलिस बल ने घेर लिया है और दूसरे नेताओं की तलाश जारी है।

समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, गढ़चिरौली पुलिस ने अपने एक बयान में कहा है कि गिरफ्तार किए गए आठ लोगों ने कथित तौर पर पुलिस स्टेशन की ओर जा रहे सुरक्षाकर्मियों का रास्ता रोक दिया था। रिपोर्ट में आगे जानकारी दी गई है कि महाराष्ट्र के विशेष माओवादी विरोधी कमांडो बल सी-60 की टीमों के साथ पुलिस दल गट्टा से टोडगट्टा के माध्यम से वांगेतुरी की ओर जा रहा था, तभी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका था।

विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि करीब 10 से 15 लोगों ने कथित तौर पर पुलिस दलों को धक्का दिया, जिसपर करवाई करते हुए ने उनमें से आठ लोगों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि यह भी स्पष्ट किया गया है कि पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार का बल प्रयोग नहीं किया गया।