जलवायु

जलवायु परिवर्तन के दौर में पूर्वाेत्तर भारत, भाग-1: अनियमित बारिश ने बढ़ाई दिक्कतें

DTE Staff

हाल के वर्षों में, उत्तर पूर्व भारत में अनियमित वर्षा देखी गई है, जिससे बाढ़ और सूखे सहित विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। जलवायु परिवर्तन इन अनियमितताओं को बढ़ा रहा है, जिससे क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र और यहाँ रहने वाले लोगों के लिए अभूतपूर्व चुनौतियां पैदा हो रही हैं। हमारी नई शार्ट सीरीज, "Alarming Variations", पूर्वोत्तर भारत में जलवायु परिवर्तन और अनियमित वर्षा की घटनाओं के बीच जटिल संबंधों पर प्रकाश डालती है। इस सीरीज में हम इस पारिस्थितिक रूप से विविध क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन के बहुमुखी प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। विशेषज्ञों के विश्लेषण और जमीनी रिपोर्टिंग के माध्यम से, हम इस बात की गंभीरता को उजागर करेंगे कि मौसम की बदलती स्थिति पूर्वोत्तर के लोगों के रहन सहन और आजीविका को कैसे बदल रही है।