जलवायु

जलवायु परिवर्तन के दौर में पूर्वाेत्तर भारत, भाग-3: नागालैंड में बाढ़ ने बढ़ाया संकट

नागालैंड में अमूमन बारिश कम होती है, लेकिन साल 2018 में इतनी ज्यादा बारिश हुई कि बाढ़ से तबाही मच गई। अब यहां बारिश साल दर साल बढ़ रही है

DTE Staff

साल 2018 में नागालैंड के लोगों ने एक भयंकर और अभूतपूर्व बाढ़ का सामना किया। यह आश्चर्य की बात इसलिए है, क्योंकि नागालैंड में सालों से मानसून के दौरान बारिश कम हो रही है और यहां मरुस्थल जैसे हालात बनते जा रहे थे। तब अचानक बदलाव का कारण क्या था? 2018 में, नागालैंड में बहुत ज्यादा बारिश हुई, जिसके कारण विनाशकारी बाढ़ आई। जबकि दीर्घकालिक प्रवृत्ति देखें तो यहां कम बारिश होती है।

हालांकि तीव्र तूफानों जैसी चरम मौसम की घटनाएं अभी भी बाढ़ का कारण बन सकती हैं। अलार्मिंग वेरिएशन की इस कड़ी में, डाउन टू अर्थ ने नागालैंड की विरोधाभासी स्थिति के पीछे के कारणों को समझने के लिए वोखा जिले की यात्रा की। डाउन टू अर्थ ने 2018 की बाढ़ में योगदान देने वाले कारकों का भी विश्लेषण किया है, जो क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन की जटिलताओं को उजागर करता है।

देखें डाउन टू अर्थ की इस खास सीरीज की तीसरी वीडियो स्टोरी..