जलवायु

क्या बदलते मौसम का परिणाम है देश के कई हिस्सों में नवंबर के दौरान हुई रिकॉर्ड बारिश

आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में नवंबर के दौरान 232.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी जोकि सामान्य से करीब 160.8 फीसदी ज्यादा है

Lalit Maurya

देश के दक्षिणी हिस्से में इस साल नवंबर के महीने में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। आईएमडी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में नवंबर के दौरान 232.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी जोकि सामान्य से करीब 160.8 फीसदी ज्यादा है। 

इसी तरह देश के उत्तरपूर्वी मानसूनी क्षेत्रों में भी रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। वहां भी 1901 के बाद से कभी भी नवंबर के महीने में इतनी ज्यादा बारिश नहीं हुई थी। इस साल नवंबर में इस क्षेत्र में करीब 316.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जोकि सामान्य से करीब 169.2 फीसदी ज्यादा है। यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा नवंबर के लिए जारी जलवायु सम्बन्धी रिपोर्ट में सामने आई है।   

आईएमडी के नए आंकड़े बताते हैं कि देश में नवंबर के दौरान औसतन सामान्य से 86 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इसी तरह भारत के मध्यवर्ती क्षेत्रों में भी सामान्य से करीब 38.7 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। वहीं उत्तर पश्चिमी हिस्सों में सामान्य से करीब 56 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि पूर्वी और उत्तरपूर्वी भारत में भी बारिश सामान्य से 53.6 फीसदी कम दर्ज की गई है।

यदि इस महीने हुई बारिश की बात करें तो देश में 14 सब-डिवीजन में सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि 2 में ज्यादा और दो सब-डिवीजन में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। वहीं 3 में सामान्य से कम और 14 सब-डिवीजन में सामान्य से बहुत ज्यादा कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। 

जलवायु परिवर्तन की सम्भावना से नहीं किया जा सकता इंकार

गौरतलब है कि जिस तरह से इस बार देश के कई हिस्सों में नवंबर के दौरान हुई बारिश ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उसके चलते इसके पीछे जलवायु परिवर्तन का हाथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में इस बारे में कुछ भी नहीं लिखा है।

वहीं 1981 से 2010 के औसत तापमान की बात करें तो वो 23.22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जिसका मतलब है कि औसत तापमान में 0.25 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इसी तरह औसत अधिकतम तापमान में 0.23 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई है वहीं औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से बहुत ज्यादा है, जिसमें 0.73 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है।

आंकड़ों में यह भी सामने आया है कि नवंबर में दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में औसत न्यूनतम तापमान 23.66 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जोकि 1901 के बाद से अब तक का अधिकतम औसत न्यूनतम तापमान है, जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड है।  

मौसम की चरम घटनाओं में गई 78 लोगों की जान

नवंबर के दौरान हुई भारी बारिश और बाढ़ के चलते देश में करीब 78 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है, जबकि इन आपदाओं में 9 लोग जख्मी हुए हैं। वहीं 17 अभी भी लापता हैं। इतना ही नहीं प्रकृति के इस कहर में 2500 मवेशियों की भी जान गई है। इनमें से ज्यादातर लोगों की जान देश के दक्षिणी हिस्सों में गई हैं। गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश के अलग-अलग जिलों में 8 से 21 नवंबर के बीच आई भारी बारिश और बाढ़ में करीब 44 लोगों की जान गई थी, जबकि तमिलनाडु में 16, कर्नाटक में 15 और केरल में 3 लोगों की जान गई थी।