जलवायु

ग्रीनलैंड को 2019 में अब तक का सबसे अधिक 58,600 करोड़ टन बर्फ का नुकसान

Dayanidhi

एक नए अध्ययन में कहा गया है कि अधिक गर्मी के कारण 2019 के दौरान ग्रीनलैंड को रिकॉर्ड मात्रा में बर्फ का नुकसान हुआ है। इतनी बर्फ पिघलने का मतलब है कि यह कैलिफोर्निया को चार फीट (1.25 मीटर) से अधिक पानी में डूबा सकता है।

दो साल पहले अध्ययन में बताया गया था कि गर्मियों में बर्फ का पिघलना कम हो गया है, लेकिन पिछली गर्मियों में 58600 करोड़ टन (586 बिलियन टन (532 बिलियन मीट्रिक टन)) बर्फ पिघलने के साथ ही सभी रिकॉर्ड टूट गए। यह 14000000 करोड़ (140 ट्रिलियन) गैलन (532 ट्रिलियन लीटर) से अधिक पानी है।

कम्युनिकेशन्स अर्थ एंड एनवायरनमेंट में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि 2003 के बाद से यह 25,900 करोड़ (259 बिलियन) टन (235 बिलियन मीट्रिक टन) के वार्षिक औसत नुकसान से कहीं अधिक है और 2012 में 51100 करोड़ (511 बिलियन) टन (464 बिलियन मीट्रिक टन) के पुराने रिकॉर्ड को आसानी से पार कर गया है।  

जर्मनी के अल्फ्रेड वेगेनर संस्थान में एक भूवैज्ञानिक और प्रमुख अध्ययनकर्ता इंगो सासगेन ने कहा कि न केवल ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर पिघल रही है, बल्कि यह बहुत तेज गति से पिघल रही है।

पिछले साल की बर्फ के पिघलने से वैश्विक समुद्र स्तर में 0.06 इंच (1.5 मिलीमीटर) की वृद्धि हुई। नासा के एक आइस साइंटिस्ट एलेक्स गार्डनर ने कहा कि अन्य बर्फ की चादरों और ग्लेशियरों के पिघलने से अधिक पानी के साथ-साथ एक महासागर जो कि लगातार गर्म हो रहा है - और धीरे-धीरे बढ़ते समुद्र स्तर, तटीय बाढ़ और अन्य समस्याओं में बदल जाता है।

ग्रीनलैंड में 2003 के बाद से वैज्ञानिकों के पास इस बात के सटीक रिकॉर्ड हैं कि बर्फ कितनी पिघली है क्योंकि नासा का उपग्रह बर्फ की चादरों के गुरुत्वाकर्षण को मापते हैं।  

गार्डनर ने कहा पिछले साल बड़े पैमाने पर बर्फ पिघली, जो कि दो साल पहले केवल औसतन लगभग 10,800 करोड़ (108 बिलियन) टन (98 बिलियन मीट्रिक टन) था। इससे पता चलता है कि ग्रीनलैंड ब्लॉकिंग नामक एक दूसरा कारक है, जो या तो सुपर-चार्ज है या जलवायु-संबंधित है जिससे बर्फ पिघल रही है।

गार्डनर ने कहा गर्मियों में, ग्रीनलैंड के मौसम में आम तौर पर दो कारक होते हैं। पिछले साल, ग्रीनलैंड ब्लॉकिंग - कनाडा पर एक उच्च दबाव जो उत्तरी जेट स्ट्रीम को बदलता है - जिससे गर्म दक्षिणी हवा संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा से ऊपर आती है और ग्रीनलैंड में प्रवाहित होती है, जिससे बर्फ अधिक पिघलने पर मजबूर होती है।

उन्होंने कहा कि 2017 और 2018 में ग्रीनलैंड ब्लॉकिंग के बिना, ठंडे आर्कटिक में हवा खुले महासागर से ग्रीनलैंड की ओर प्रवाहित हुई, जिससे गर्मियों को इसने सामान्य बना दिया था।

 डेनिश मौसम विज्ञान संस्थान में एक आइस वैज्ञानिक जो कि इस शोध का हिस्सा नहीं थे, रुथ मोत्रम ने कहा कि इस साल, ग्रीनलैंड की गर्मी में बर्फ पिघल नहीं रही है, हाल के दिनों की तरह यह सामान्य के करीब है।

मोत्रम और कई अन्य बाहरी वैज्ञानिकों ने कहा कि ससगेन की गणना सही है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ क्लाइमेटोलॉजी में इस महीने के अपने अध्ययन में, उन्होंने इसी तरह के परिणाम पाए और यह भी गणना की कि 1991 के बाद से ग्रीनलैंड के तटीय क्षेत्र गर्मियों में औसत 3 डिग्री (1.7 डिग्री सेल्सियस) तक गर्म हो गए हैं।