जलवायु

143 वर्षों के रिकॉर्ड में छठा सबसे गर्म रहा इस साल का अगस्त महीना

जलवायु को लेकर अगस्त में जो नए रिकॉर्ड बने हैं उनमें पाकिस्तान की बाढ़ शामिल थी। जब देश का करीब एक-तिहाई हिस्सा पानी में डूब गया था। इस बाढ़ में 1200 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी

Lalit Maurya

वैश्विक तापमान के पिछले 143 वर्षों के रिकॉर्ड में छठा सबसे गर्म अगस्त इस साल 2022 में दर्ज किया गया है। आंकड़ों के मुताबिक इस साल अगस्त का तापमान अगस्त के औसत तापमान से 0.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। यह जानकारी नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन (एनसीईआई) द्वारा जारी नई रिपोर्ट में सामने आई है।

गौरतलब है कि अगस्त 2016 अब तक का सबसे गर्म अगस्त का महीना था जब तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.98 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था। वहीं अगस्त 2020 में तापमान औसत से 0.93 डिग्री सेल्सियस, अगस्त  2019 में 0.92 डिग्री सेल्सियस, अगस्त 2017 में 0.92 और अगस्त 2015 में  0.91 डिग्री सेल्सियस अधिक था।

वहीं यदि पिछले महीन यदि जुलाई 2022 की बात करें तो उस माह में तापमान सामान्य से 0.87 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था, जोकि उसे मानव इतिहास का छठा सबसे गर्म जुलाई का महीना बनाता है।

वहीं यदि उत्तरी अमेरिका और यूरोप की बात करें तो दोनों ने 2022 में अपने रिकॉर्ड के सबसे गर्म अगस्त का सामना किया था। वहीं एशिया के लिए भी यह चौथा सबसे गर्म अगस्त का महीना था। इसी तरह दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और ओशिनिया सभी क्षेत्रों में अगस्त का तापमान औसत से ज्यादा था।

हालांकि इनमें से किसी में भी अगस्त 2022 का तापमान उनके रिकॉर्ड के 10 सबसे गर्म अगस्त के महीनों में शामिल नहीं था। हालांकि अफ्रीका में अगस्त 2022 का तापमान औसत से तो ज्यादा था लेकिन इसके बावजूद वो 2013 के बाद से सबसे ठंडा अगस्त का महीना था।

वहीं यदि वैश्विक स्तर पर जून से अगस्त के बीच की अवधि के तापमान को देखें तो इस साल तापमान 20वीं सदी के औसत से  0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया, जोकि उसे धरती की पांचवी सबसे गर्म जून से अगस्त की अवधि बनाता है।

इसी तरह यदि उत्तरी गोलार्ध की बात करें तो इस साल जून से अगस्त, रिकॉर्ड का दूसरा सबसे गर्म, गर्मियों का समय था, जब तापमान इस अवधि के औसत तापमान से 1.15 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था। यह सिलसिला दक्षिण गोलार्ध में भी जारी था, जिसने अपने रिकॉर्ड की 10वीं सबसे गर्म सर्दियों का अनुभव किया था।

रोज बन रहे हैं नए जलवायु रिकॉर्ड 

रिपोर्ट के मुताबिक यदि जनवरी से अगस्त के तापमान की बात करें तो वो इस अवधि को रिकॉर्ड की छठी सबसे गर्म अवधि बनाता है। जो बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.86 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। एनसीईआई द्वारा वार्षिक तापमान को लेकर जारी रिपोर्ट से पता चला है कि इस बात की करीब 99 फीसदी आशंका है कि 2022 इतिहास के 10 सबसे गर्म वर्षों में शामिल हो सकता है। हालांकि उसके पांच सबसे गर्म सालों में शामिल होने की सम्भावना 11 फीसदी से भी कम है।

जलवायु को लेकर अगस्त में जो नए रिकॉर्ड बने हैं उनमें पाकिस्तान में आई बाढ़ शामिल थी। जब देश का करीब एक-तिहाई हिस्सा पानी में डूब गया था। गौरतलब है कि इस बाढ़ में 1200 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जबकि जून से लेकर 3.3 करोड़ लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसी तरह न्यूजीलैंड ने भी अपने दूसरे सबसे गर्म अगस्त के महीने को रिकॉर्ड किया था, जबकि यह न्यूजीलैंड के लिए सबसे गर्म सर्दियां थी।

चीन में भी इस बार अगस्त का महीने रिकॉर्ड में सबसे गर्म था। इसी तरह चीन में इस बार की गर्मियां रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा गर्म थी। रिकॉर्ड के मुताबिक रह चीन ने लगातार दो महीने तक लू के कहर का सामना किया था। ऐसा ही कुछ बेल्जियम में भी सामने आया जब उसने अब तक के सबसे गर्म अगस्त का सामना किया था। वहीं ब्राजील में अमेजन के जंगलों सिर्फ अगस्त के महीन में आग लगने की 33 हजार से ज्यादा घटनाएं उपग्रहों ने दर्ज की हैं। 

इसी तरह यदि आर्कटिक और अंटार्कटिका में जमा बर्फ की बात करें तो जहां आर्कटिक ने अपने 44 वर्षों के रिकॉर्ड में 13वीं सबसे छोटी समुद्री बर्फ की सीमा रिकॉर्ड की थी। जानकारी मिली है कि समुद्री बर्फ की सीमा औसत से 16.8 फीसदी कम थी, जोकि 1981से 2010 के औसत से करीब 4.67 लाख वर्ग मील कम थी। इसी तरह अंटार्कटिका में भी अगस्त 2022 में समुद्री बर्फ की सीमा 65.5 लाख वर्ग मील दर्ज की गई थी, जोकि औसत से 4.2 फीसदी कम थी।