जलवायु

अब तक का सबसे गर्म महीना रहा सितंबर 2023, नासा ने किए आंकड़े जारी

नासा के सितंबर 2023 के तापमान के आंकड़ों से पता चलता है कि हर महीने तापमान में लगातार रिकॉर्ड वृद्धि हो रही है

Dayanidhi

बढ़ाता तापमान हर साल नए-नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है, इसी तरह महीने भी पिछले सालों के मुकाबले गर्मी को बढ़ाने में पीछे नहीं हैं। नासा के गोडार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) के वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बढ़ते तापमान के रुझान को जारी रखते हुए, सितंबर 2023 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म सितंबर था। इस महीने ने उच्चतम तापमान विसंगति का रिकॉर्ड भी बनाया, जिसमें दीर्घकालिक औसत से सबसे बड़ा अंतर देखा गया।

यह मौसमी चक्र के साथ-साथ वैश्विक तापमान विसंगतियों को दर्शाता है। जनवरी से दिसंबर तक तापमान बाएं से दाएं बढ़ता है, यह गर्मी के महीनों के दौरान बढ़ता है और ठंडे महीनों के दौरान तापमान में गिरावट को दिखता है।

प्रत्येक पंक्ति का रंग अलग-अलग साल को दिखता है, 1960 के दशक के लिए ठंडा बैंगनी और हाल के वर्षों के लिए गर्म नारंगी और पीला रंग है। समय के साथ प्रत्येक माह की ऊंचाई बढ़ने पर दीर्घकालिक तापमान में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति देखी जा सकती है, जो मानव गतिविधियों के परिणामस्वरूप कार्बन डाइऑक्साइड जैसी ग्रीनहाउस गैसों को वायुमंडल में छोड़ती है।

प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से, नासा के गोडार्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) के निदेशक गेविन श्मिट ने कहा, सबसे बड़ी बात यह है कि ये रिकॉर्ड वर्तमान अल नीनो की चरम घटना से पहले हो रहे हैं। जबकि 2016 में पिछले रिकॉर्ड चरम के बाद वसंत में हुए थे।

अल नीनो पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में ट्रेड हवाओं और समुद्र के तापमान के स्वाभाविक रूप से आवर्ती पैटर्न का गर्म चरण है जो दुनिया भर के तापमान और बारिश के पैटर्न को प्रभावित करता है।

क्या है गोडार्ड?

गोडार्ड नासा का प्रमुख अंतरिक्ष उड़ान परिसर है और देश के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और प्रौद्योगिकीविदों के सबसे बड़े संगठन इसका उपयोग करते है। जो लगातार पृथ्वी, सूर्य, हमारे सौर मंडल और ब्रह्मांड का अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष यान, उपकरण और नई तकनीक का निर्माण करते हैं।

गोडार्ड मिशन नियंत्रण और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर परिक्रमा करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के बीच संचार का प्रबंधन करता है। गोडार्ड वैज्ञानिक सूर्य की निगरानी करते हैं, यह जीवन के निर्माण खंडों के संकेतों के लिए उल्का- पिंडों की जानकारी देते हैं। इसकी मदद से अंतरिक्ष के सबसे दूर तक देख सकते हैं और हमारी अपनी बदलती दुनिया के रहस्यों को सुलझा सकते हैं।

गोडार्ड इंजीनियर संवेदनशील उपकरणों का निर्माण करते हैं, वे दूरबीनों का निर्माण करते हैं जो ब्रह्मांड में झांकते के लिए अहम हैं। परीक्षण कक्ष संचालित करते हैं जो उन उपग्रहों के अस्तित्व को सुनिश्चित करते हैं।

इसका नाम अमेरिकी रॉकेटरी अग्रणी डॉ. रॉबर्ट एच. गोडार्ड के नाम पर, केंद्र की स्थापना पहली  मई, 1959 को नासा के पहले अंतरिक्ष उड़ान परिसर के रूप में की गई थी। गोडार्ड और इसके कई प्रतिष्ठान नासा के अंतरिक्ष अन्वेषण और वैज्ञानिक खोज के मिशनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।